कभी बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस रह चुकीं ममता कुलकर्णी अब किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शुक्रवार को ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं. पहले उन्होंने संगम में 3 बार डुबकी लगाई. फिर अपना ही पिंडदान किया. इसके बाद अखाड़े में ही उनका पट्टाभिषेक हुआ. जिसके बाद उन्हें महामंडलेश्वर की पदवी दी गई. ममता ने काफी पहले संन्यास ले लिया था. वो साध्वी की जिंदगी जी रही थीं. हाल ही में वो 24 साल बाद भारत लौटी हैं. किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने के बाद उन्हें नया नाम भी मिला है. अब वह ममता नंद गिरि के नाम से पहचानी जाएंगी.
2015 में स्थापित किन्नर अखाड़ा एक हिंदू धार्मिक संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य ट्रांसजेंडर समुदाय को आध्यात्मिक और सामाजिक क्षेत्रों में समानता और मान्यता देना है. अब, ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर के रूप में नियुक्त करके अखाड़ा अपने संदेश और प्रभाव को और अधिक फैलाने कोशिश कर रहा है.
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने के बाद ममता कुलकर्णी ने खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा, "ये महादेव का आदेश था. महाकाली की इच्छा थी. ये मेरे गुरु का आदेश था. उन्होंने ही आज का दिन चुना. मैंने कुछ नहीं किया है... सब ईश्वर की मर्जी है."
संगम में तीन डुबकियां, फिर ममता कुलकर्णी ने अपना पिंडदान किया, देखें वीडियो
किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण ने ममता नंद गिरी का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि किन्नर अखाड़े ने बॉलीवुड की पूर्व एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाया है. उनका नाम श्री यमाई ममता नंद गिरि रखा गया है. वह पिछले डेढ़ साल से किन्नर अखाड़े और मेरे संपर्क में हैं. अगर वह चाहें तो किसी भी धार्मिक पात्र का किरदार निभा सकती हैं, क्योंकि हम किसी को भी अपनी कला दिखाने से नहीं रोकते."
महाकुंभ में आना मेरा सौभाग्य
इससे पहले ममता कुलकर्णी ने कहा कि महाकुंभ में आना और यहां की भव्यता को देखना उनके लिए बहुत ही यादगार पल है. ममता ने कहा, "यह मेरा सौभाग्य होगा कि महाकुंभ की इस पवित्र बेला में मैं भी साक्षी बन रही हूं. संतों के आशीर्वाद प्राप्त कर रही हूं."
नहीं करना चाहती शादी
इससे पहले ममता ने NDTV से कहा था कि मैं 50 साल की हो गई हूं और अब आध्यात्मिक जीवन जीना चाहती हूं. आध्यात्मिक डिबेट में हिस्सा लेना चाहती हूं. सबको जोड़ना चाहती हूं. शादी मेरी इच्छा नहीं है.
1992 में बॉलीवुड में किया डेब्यू
ममता कुलकर्णी का जन्म 20 अप्रैल 1972 को मुंबई में हुआ था. उन्होंने 1992 में आई फिल्म 'तिरंगा' से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था. इस फिल्म में उनके साथ नाना पाटेकर भी थे. फिर उन्होंने 'आशिक', 'आवारा', 'क्रांतिवीर', 'वक्त हमारा है', 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' और 'करण अर्जुन' जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया. ममता कुलकर्णी ने शाहरुख खान, सलमान खान, अजय देवगन, अनिल कपूर जैसे बड़े स्टार्स के साथ स्क्रीन शेयर की है. उनकी आखिरी मूवी 'कभी तुम कभी हम' रही, जो साल 2002 में रिलीज हुई थी.
ड्रग माफिया संग शादी की अफवाह
ममता पर आरोप लगा कि उन्होंने दुबई के रहने वाले अंडरवर्ल्ड ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी से शादी की थी. वह ड्रग ट्रैफेकिंग का हिस्सा भी रहीं. हालांकि, ममता ने अपनी शादी की खबरों समेत तमाम आरोपों को हमेशा ही अफवाह बताया. उनका दावा है कि उन्होंने कभी शादी नहीं की थी. वह कहती हैं, "यह सही है कि मैं विक्की से प्यार करती हूं, लेकिन उसे भी पता होगा कि अब मेरा पहला प्यार ईश्वर हैं."
2013 में रिलीज की ऑटोबायोग्राफी
ममता कुलकर्णी ने 2013 में अपनी किताब 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिनी' रिलीज की थी. इस दौरान फिल्मी दुनिया को अलविदा कहने की वजह बताते हुए कहा था, "कुछ लोग दुनिया के कामों के लिए पैदा होते है, जबकि कुछ ईश्वर के लिए पैदा होते हैं। मैं भी ईश्वर के लिए पैदा हुई हूं."