Lok Sabha elections 2024: एक वीडियो क्लिप में कांग्रेस नेता की कथित टिप्पणी "टीएमसी की तुलना में बीजेपी को वोट देना बेहतर है" को लेकर विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में विवाद शुरू हो गया है. गठबंधन में सहयोगी तृणमूल ने इस कमेंट को गंभीरता से लिया है और वह इस कटु आलोचना को लेकर आक्रामक हो गई है.
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा, "लोकसभा के कांग्रेस के नेता कह रहे हैं, 'बीजेपी या कांग्रेस को वोट दें.' इसके बारे में सोचें, न तो कोई विचारधारा है और न ही कोई आदर्श. उनके जैसे कुछ स्वार्थी लोगों ने देश को बेच दिया है."
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बंगाल के मुर्शिदाबाद में मंगलवार को एक चुनावी रैली को संबोधित किया. इस सभा के दौरान रिकार्ड किया गया उनका एक आठ सेकंड का वीडियो क्लिप सामने आया है. उसमें वे यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि "टीएमसी को वोट देने की तुलना में बीजेपी को वोट देना बेहतर है." एनडीटीवी स्वतंत्र रूप से इस क्लिप की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मदद मांगीहालांकि कांग्रेस ने तुरंत ही वीडियो को "डॉक्टर्ड" करार दिया और इस मामले में चुनाव आयोग से मदद मांगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य बंगाल में बीजेपी की संख्या कम करना है, उन्होंने जोर देकर कहा कि तृणमूल इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है. हालांकि दोनों दल राज्य में गठबंधन में नहीं हैं. रमेश ने कहा, "मुझे नहीं पता कि अधीर जी ने क्या कहा, लेकिन हमारा लक्ष्य पश्चिम बंगाल में बीजेपी की संख्या को काफी कम करना है."
जयराम रमेश ने कहा, "उन्होंने 42 में से 18 सीटें जीतीं, हमें उनकी संख्या कम करनी है और यही एक मात्र लक्ष्य है. यह विधानसभा चुनाव नहीं है, यह लोकसभा चुनाव है. कांग्रेस, वामपंथी पार्टियों के साथ इंडिया गठबंधन का हिस्सा है." उन्होंने कहा कि, ''टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने भी कहा है कि वे इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं, हालांकि हमारे बीच सीट-बंटवारे की व्यवस्था नहीं है."
तृणमूल कांग्रेस राज्य में कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारे पर सहमति नहीं बनने के लिए ममता बनर्जी के कटु आलोचक अधीर रंजन चौधरी को जिम्मेदार मानती है.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में तृणमूल ने कहा कि "बंगाल में बीजेपी की आंख और कान" के रूप में काम करने के बाद चौधरी अब "बंगाल में बीजेपी की आवाज" बन गए हैं.
तृणमूल ने कहा, "सुनो कि कैसे बी-टीम का सदस्य खुले तौर पर लोगों से बीजेपी के लिए वोट करने के लिए कह रहा है, एक ऐसी पार्टी के लिए जिसने बंगाल का वाजिब बकाया जारी करने से इनकार कर दिया और हमारे लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया. केवल एक बांग्ला-विरोधी ही बीजेपी के लिए प्रचार कर सकता है, जिसने बार-बार ऐसा किया है, बंगाल के प्रतीकों का अपमान किया है. ”
तृणमूल कांग्रेस के दूसरे नंबर के नेता अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी पर बीजेपी का एजेंट होने का आरोप लगाया और उन्हें राज्य में विपक्ष के इंडिया ब्लॉक के गठन में बाधा डालने के लिए जिम्मेदार ठहराया.
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव ने कहा, "हम सभी चाहते थे कि बंगाल में इंडिया ब्लॉक हो, लेकिन चौधरी ने बीजेपी के हाथों को मजबूत करने के लिए इसे रोक दिया."
साल 2019 के लोकसभा चुनावों में तृणमूल ने राज्य की 42 में से 22 सीटें जीती थीं. बीजेपी को 17 और कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं.