J&K: भाषण देते वक्त मल्लिकार्जुन खरगे की तबीयत बिगड़ी, बाद में बोले- 'मैं तब तक नहीं मरूंगा, जब तक...'

राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “मोदी जी बेवजह जम्मू-कश्मीर आकर युवाओं के लिए झूठे आंसू बहा रहे हैं. वह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने युवाओं के हित के लिए कई कदम उठाए, जबकि सच्चाई यह है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में महज युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेला है."

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नई दिल्ली:

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) रविवार को जम्मू-कश्मीर के जसरोटा में चुनाव प्रचार के दौरान अचानक बीमार पड़ गये. मंच पर भाषण देते हुए एकाएक कांग्रेस अध्यक्ष की तबीयत बिगड़ गई. जैसे-तैसे उन्होंने खुद को संभाला. इसके बाद अन्य नेता भी उनकी मदद के लिए आगे आए. उन्हें सोफे पर बिठाकर कुछ लोग उन्हें हवा करने लगे. उनके जूते भी खोल दिए गए. बाद में उनकी हालत स्थिर हुई, तो उन्होंने मोदी सरकार पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा, “जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से बाहर न कर दूं, तब तक मैं नहीं मरूंगा.”

राज्यसभा सांसद ने कहा, “मोदी जी बेवजह जम्मू-कश्मीर आकर युवाओं के लिए झूठे आंसू बहा रहे हैं. वह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने युवाओं के हित के लिए कई कदम उठाए, जबकि सच्चाई यह है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में महज युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेला है.” उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में भारत ने बेरोजगारी के मामले में 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है. जम्मू-कश्मीर के सरकारी विभागों में 65 फीसद पद रिक्त हैं. इन सभी पदों पर बाहरी लोगों की नियुक्ति की जा रही है, लेकिन यहां के मूल लोगों की अनदेखी हो रही है.”

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मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “आप सभी लोगों ने देखा होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आकर कितना झूठ बोला. उन्होंने यहां आकर कांग्रेस को कितनी गालियां दीं. इन लोगों ने किस तरह से हमारी पार्टी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा और इनके लोग घबराए हुए हैं. भाजपा के नेताओं को अपनी हार दिख रही है, इसलिए ये लोग बौखलाए हुए हैं.”

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जम्मू कश्मीर में तीसरे चरण के लिए 1 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए 3 फेज में वोटिंग हो रही है. 18 सितंबर, 25 सितंबर को चरण के मतदान हो चुके हैं . अंतिम चरण के लिए 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. मतों की गणना 4 अक्टूबर को होगी. जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 10 साल पहले नवंबर-दिसंबर 2014 में विधानसभा के चुनाव हुए थे. आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद यहां पहली बार विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं.

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जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद सीटों की संख्या बढ़कर 114 हो गई है. इसमें से 24 सीटें पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में हैं. वहीं, 90 सीटों में से 47 सीटें कश्मीर संभाग और 43 सीटें जम्मू संभाग के अंतर्गत आती हैं.  दिसंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर 2024 तक चुनाव कराए जाए.आखिरी फेज यानी 1 अक्टूबर को नॉर्थ कश्मीर, उधमपुर, जम्मू और कठुआ निर्वाचन क्षेत्र में वोट डाले जाएंगे. इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन, पीडीपी के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिल रहा है. कुछ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव को रोचक बना रहे हैं. 

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