तमिलनाडु के तंजावुर जिले के एक मंदिर में बुधवार सुबह रथयात्रा जुलूस के दौरान करंट लगने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल हैं. पुलिस ने कहा कि यह घटना उस समय हुई जब लोग मंदिर की पालकी पर खड़े थे, पालकी कालीमेडु के अप्पर मंदिर में एक हाई-ट्रांसमिशन लाइन के संपर्क में आ गई. अधिकारियों ने कहा कि मंदिर की पालकी को मोड़ने के समय ओवरहेड लाइन के संपर्क में आने के कारण यह भीषण हादसा हुआ.
अधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मारे गए लोगों में दो बच्चे भी शामिल हैं साथ ही गंभीर रूप से झुलसे तीन सहित 15 लोगों को इलाज के लिए तंजावुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है. तिरुचिरापल्ली के मध्य क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक वी बालकृष्णन ने हादसे को लेकर कहा है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.
तमिलनाडु में हुई घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के तंजावुर में हुए हादसे से गहरा दुख हुआ. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं मुझे उम्मीद है कि दुर्घटना में घायल लोग जल्द ही ठीक हो जाएंगे. इसके अलावा सभी पीड़ितों के लिए मुआवज़े का ऐलान भी किया गया है.
बताते चलें कि घटना का एक वीडियो सामने आया है जिसमें साफ तौर पर देखा गया है कि लाइव तार के संपर्क में आने से रथ पूरी तरह से नष्ट हो गया. मालूम हो कि हर साल तमिलनाडु में वार्षिक रथ उत्सव में बड़ी संख्या में भक्त भाग लेते हैं.
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