समाजवादी पार्टी नेता डिंपल यादव आज मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी. इस दौरान उनके पति और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी साथ होंगे. जानकारी के अनुसार डिंपल यादव सोमवार दोपहर को पर्चा दाखिल करेंगी. समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने NDTV से बात करते हुए कहा कि ये सीट हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. पूरे देश की नज़रें इस सीट पर लगी हुई हैं. ये नेता जी की सीट है इसलिए उनकी पुत्रवधू यहां से चुनाव लड़ रही हैं. शिवपाल बिल्कुल नाराज़ नहीं हैं, उनसे चर्चा के बाद ही डिंपल के नाम की घोषणा की गई है. पूरा परिवार एकजुट है, पूरा मैनपुरी चुनाव लड़ा रहा है. बीजेपी के हम सारे दावे मैनपुरी में हवा में उड़ा देंगे.
दरअसल ये सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है. इस उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और अंतिम तिथि 17 नवंबर है. बीजेपी ने अब तक अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है. कुछ ख़बरों के मुताबिक मुलायम सिंह यादव की दूसरी बहू अपर्णा यादव को बीजेपी उम्मीदवार बना सकती है. जबकि बसपा उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. बता दें डिंपल यादव 2019 में कन्नौज से बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं और हार गई थीं.
ये भी पढ़ें- दिल्ली: MCD चुनाव में नामांकन का आज आखिरी दिन, 4 दिसंबर को है वोटिंग
मैनपुरी लोकसभा सीट पर 1996 से सपा के उम्मीदवार चुने जीत रहे हैं. साल 2019 लोकसभा चुनाव ने मुलायम सिंह ने मैनपुरी सीट पर लगभग 96,000 मतों से जीत दर्ज की थी.
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में कुल 12.13 लाख मतदाताओं में करीब 35 प्रतिशत यादव हैं, जबकि अन्य मतदाताओं में शाक्य, ठाकुर, ब्राह्मण, अनुसूचित जाति और मुस्लिम शामिल हैं. मैनपुरी विधानसभा क्षेत्र में पांच विधानसभाएं आती हैं जिनमें मैनपुरी, भोगांव, किशनी, करहल और जसवंत नगर शामिल है. 2022 के विधानसभा चुनावों में जहां सपा ने तीन सीटें- करहल, किशनी और जसवंत नगर जीती थीं, वहीं बीजेपी ने दो सीटों- मैनपुरी और भोगांव पर जीत हासिल की थी.
मैनपुरी उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे.