महिलाओं के खाते में जाएंगे 10-10 हजार रुपये, PM मोदी जारी करेंगे महिला रोजगार योजना की पहली किस्‍त

इस योजना का लाभ लेने के लिए अब तक शहरी और ग्रामीण इलाकों की 1.11 करोड़ से अधिक महिलाओं ने आवेदन किया है. किस्‍त वितरण कार्यक्रम का आयोजन सभी 38 जिलों में किया जाएगा.

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  • बिहार सरकार मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत परिवार की एक पात्र महिला को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी.
  • योजना के पहले चरण में 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10 हजार रुपये सीधे डीबीटी के माध्यम से भेजे जाएंगे.
  • ग्रामीण महिलाएं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आवेदन करेंगी और शहरी महिलाएं ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगी.
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How to Apply Mahila Rojgar Yojana: बिहार सरकार प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और स्वावलंबी बनाने के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत करने जा रही है. इसके तहत प्रत्येक परिवार की एक पात्र महिला को स्वरोजगार मुहैया कराने के लिए 10 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इस योजना की शुरुआत 26 सितंबर, शुक्रवार से होने जा रही है. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन जुड़ेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे. इसमें प्रदेश की 75 लाख महिलाओं के बैंक खाते में 10-10 हजार रुपये की राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए सीधे स्थानांतरित की जाएगी.

7.5 हजार करोड़ रुपये का वितरण 

इन महिलाओं के बीच साढ़े सात हजार करोड़ रुपये का वितरण किया जाएगा. बिहार ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए सभी जिलों के डीएम को पत्र जारी किया है. ग्राम पंचायत स्तर पर भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जीविका स्वयं सहायता समूह के सदस्यों की सहभागिता होगी.

1.1 करोड़ से अधिक महिलाओं ने किया आवेदन 

बताया गया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए अब तक शहरी और ग्रामीण इलाकों की 1.11 करोड़ से अधिक महिलाओं ने आवेदन किया है. इस कार्यक्रम का आयोजन सभी 38 जिलों में किया जाएगा, जिसमें जन प्रतिनिधि के अलावा जिला स्तरीय अधिकारी एवं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी कम से कम एक हजार महिलाएं भाग लेंगी.

दो लाख रुपये का ब्‍याजमुक्‍त कर्ज 

इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने, छोटे-मोटे व्यवसाय स्थापित करने या मौजूदा व्यवसायों को बढ़ाने में सहायता प्रदान करना है. इस योजना के तहत पहले चरण में दी जाने वाली वित्तीय सहायता से महिलाएं खेती, पशुपालन, हस्तशिल्प, सिलाई, बुनाई और अन्य लघु उद्यमों में निवेश कर सकेंगी. इसके बाद इन्हें दो लाख रुपये की सहायता करीब छह महीने बाद दी जाएगी, जिससे वे अपना व्यवसाय बढ़ा सकेंगी. ये लोन ब्‍याजमुक्‍त होगा. 

महिलाएं ऐसे कर सकती हैं आवेदन 

ग्रामीण क्षेत्रों में, जो महिलाएं स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी हैं, वे अपना आवेदन अपने ग्राम संगठन में जमा कर सकती हैं. ग्राम संगठन एक मीटिंग बुलाकर सभी से एक ही फॉर्म में आवेदन लेगा. अगर आप SHG से नहीं जुड़ी हैं, तो पहले आपको ग्राम संगठन में फॉर्म भरकर समूह का हिस्सा बनने के लिए आवेदन करना होगा. शहरी महिलाएं जीविका की वेबसाइट (www.brlps.in) पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं, लेकिन जो महिलाएं पहले से SHG से जुड़ी हैं, उन्हें ऑनलाइन आवेदन करने की जरूरत नहीं है. 

जीविका से जुड़ी हैं 1.34 करोड़ महिलाएं  

जीविका दीदी योजना का संचालन बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (BRLPS) करती है. इसे 2006 में विश्व बैंक की मदद से शुरू किया गया था. वर्तमान में राज्य में 10.81 लाख स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनसे 1.34 करोड़ महिलाएं जुड़ी हैं. ये समूह कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प, किराना दुकान, सिलाई-कढ़ाई और छोटे उद्योगों से महिलाओं की आय बढ़ा रहे हैं. हाल ही में इसके तहत जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड बनाया गया है, जो महिलाओं को बैंक की तरह सस्ती दर पर कर्ज उपलब्ध कराएगा.

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