महाराष्ट्र में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर महा विकास अघाडी (एमवीए) में अभी तक बात नहीं बन पाई है. सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के राकांपा (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) गुट के नेताओं की दर्जन भर बैठकें हो चुकी हैं. लेकिन एमवीए सीटों को लेकर किसी नतीजे पर पहुंच नहीं पाई है. कहा जा रहा है कि राज्य की 4 से 5 लोकसभा सीटों के चलता मामला अटका हुआ है. सांगली, भिवंडी, मुंबई दक्षिण मध्य और मुंबई उत्तर पश्चिम पर बात नहीं बन पाई है.
एमवीए का संभावित फॉर्मूले, शिवसेना को 21 सीट, कांग्रेस को 17 सीट और एनसीपी को 10 सीटें हो सकता है. विवादित सीटों पर आम सहमति बनाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एमवीए नेताओं से बात कर सकते हैं. बता दें कांग्रेस पहले ही आधिकारिक तौर पर महाराष्ट्र से अपने 7 सीटों की सूची जारी कर चुकी है.
देश में 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होंगे. इसके बाद छह और चरणों में 26 अप्रैल, सात मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और एक जून को मतदान होगा. लोकसभा के 543 निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता, 10.5 लाख मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीट हैं.
साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, भारतीय जनता पार्टी 23 सीटों के साथ शीर्ष पार्टी बनकर उभरी, उसके बाद अविभाजित शिवसेना 18 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी. अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) चार सीटों पर व कांग्रेस एक सीट पर विजयी हुई थी, जबकि एक सीट एआईएमआईएम और एक सी निर्दलीय के खाते में गई थी.
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