- मुंबई के घाटकोपर में MNS के महिला कार्यकर्ताओं ने मराठी न बोलने वाली उत्तर भारतीय महिला से माफी मंगवाई.
- महिला के साथ कुछ मराठी भाषी लोगों की दो दिन पहले बहस हुई थी, महिला ने कहा था- मैं मराठी नहीं बोलूंगी.
- MNS के महिला मोर्चे की कार्यकर्ताओं ने महिला से काफी देर तक बहस की, उसे जय महाराष्ट्र बोलने के लिए मजबूर किया.
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भाषा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक के बाद एक लगातार ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जब उत्तर भारतीय लोगों से हिंदी बोलने और मराठी न बोलने को लेकर दुर्व्यवहार और मारपीठ तक की गई है. ऐसी ही एक और खबर मुंबई के घाटकोपर से सामने आई है, जहां राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने एक उत्तर भारतीय महिला के मराठी न बोलने के बाद उससे माफी मंगवाई.
दो दिन पहले इसी बात पर बहस होने पर महिला ने कहा था कि वो मराठी नहीं बोलेगी. इसके बाद MNS कार्यकर्ताओं ने दो दिन बाद उसके पास जाकर उसे माफी मांगने को मजबूर किया.
इस घटना की वीडियो भी सामने आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि किस तरह महिला कार्यकर्ताओं ने काफी देर तक महिला से बहस की और आखिरकार उसे माफी मांगने के लिए मजबूर किया. वीडियो में उत्तर भारतीय महिला की बेबसी साफ दिखती है.
पहले कहा था- 'कुछ भी कर लो मराठी नहीं बोलूंगी'
दो दिन पहले घाटकोपर में उत्तर भारतीय महिला की कुछ स्थानीय मराठी भाषी लोगों के साथ बहस हो गई थी. कथित तौर पर उस उत्तर भारतीय महिला ने खुलेआम कहा था कि कुछ भी कर लो में मराठी नही बोलूंगी. इस बात से मराठी भाषी लोग आक्रोशित थे. मामला एमएनएस कार्यकर्ताओं तक पहुंचा और फिर एमएनएस के महिला मोर्चे की कुछ कार्यकर्ता उत्तर भारतीय महिला के पास पहुंचीं. वहां महिला कार्यकर्ताओं ने काफी देर तक महिला से बहस की और उसे जय महाराष्ट्र बोलने को मजबूर किया.
काफी देर बहस के बाद महिला ने मराठी न बोलने के लिए माफी मांगी. महिला कार्यकर्ताओं ने भारी दबाव के बीच आखिरकार उत्तर भारतीय महिला को झुकना पड़ा और अपनी गलती माननी पड़ी. मुंबई में भाषा विवाद को लेकर आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं.