महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 और झारखंड में दूसरे फेज की 38 सीटों पर बुधवार को वोटिंग है. इसके साथ ही 4 राज्यों की 15 विधानसभा सीटों, महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं. महाराष्ट्र में मुकाबला BJP की अगुवाई वाले महायुति और कांग्रेस के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी के बीच है. शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में टूट के बाद कुल 158 दल चुनाव मैदान में हैं. वहीं, झारखंड चुनाव के दूसरे फेज में 38 सीटों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM)के नेतृत्व में INDIA अलायंस और NDA के बीच मुकाबला है. उपचुनाव में भी यूपी के 9 सीटों पर सबकी नजर रहेगी. जहां NDA के सामने INDIA अलायंस चुनावी मैदान में हैं. वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू होगी और शाम 6 बजे तक चलेगी. इसके बाद एग्जिट पोल आएंगे. 23 नंवबर को वोटों की गिनती होगी और नतीजों का ऐलान होगा.
चुनाव आयोग के मुताबिक, महाराष्ट्र में निर्दलीय समेत विभिन्न पार्टियों के कुल 4136 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. पिछले विधानसभा चुनाव (2019) की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में 28% की वृद्धि हुई है. 2019 में 3,239 उम्मीदवार मैदान में थे. इन उम्मीदवारों में 2,086 निर्दलीय हैं. 150 से ज्यादा सीट पर बागी उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें महायुति और MVA के उम्मीदवार अपनी पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
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629 उम्मीदवार आपराधिक छवि के
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने इनमें से 2201 उम्मीदवारों के हलफनामों की जांच कर एक रिपोर्ट तैयार की है. इसके मुताबिक करीब 29 फीसदी यानी 629 उम्मीदवार आपराधिक छवि के हैं. इनमें से 412 पर हत्या, किडनैपिंग, रेप जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं. 50 उम्मीदवार महिलाओं से जुड़े अपराधों के आरोपी हैं.
महाराष्ट्र में महायुति के कितने उम्मीदवार?
महायुति में BJP बड़े भाई की भूमिका में है. BJP ने 288 में से 149 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे हैं. शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) 81 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जबकि NCP (अजित पवार गुट) ने 59 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं. एक सीट पर BJP और शिंदे गुट के प्रत्याशी आमने-सामने हैं. BJP विदर्भ में सबसे अधिक सीटों (47) पर चुनाव लड़ रही है, उसके बाद पश्चिम महाराष्ट्र (31) और मराठवाड़ा (20) में चुनाव लड़ रही है. इसके अलावा महाराष्ट्र की छोटी सहयोगी पार्टियां भी 6 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
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महा विकास अघाड़ी में किस पार्टी के कितने उम्मीदवार?
विपक्षी दलों के गठबंधन महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस बड़े भाई की भूमिका में है. कांग्रेस ने महाराष्ट्र की 101 सीटों पर कैंडिडेट खड़े किए हैं. शरद पवार का गुट 86 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. जबकि उद्धव ठाकरे की शिवसेना 95 सीटों पर ताल ठोक रही है. कोल्हापुर उत्तर सीट पर MVA से कोई उम्मीदवार नहीं है. कांग्रेस विदर्भ (40) में सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है, उसके बाद पश्चिम महाराष्ट्र (19) और मराठवाड़ा (15) में चुनाव लड़ रही है. शिवसेना (UBT) ठाणे-कोंकण (24) में सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है, उसके बाद मुंबई (22) में है. जबकि शरद पवार गुट पश्चिम महाराष्ट्र (38) में सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
कितने वोटर्स?
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि 30 अक्टूबर तक रजिस्टर्ड मतदाताओं की अपडेट संख्या 9,70,25,119 है. इनमें 5,00,22,739 पुरुष मतदाता, 4,69,96,279 महिला मतदाता और 6,101 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. इसके अलावा, दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 6,41,425 है, जबकि सशस्त्र बलों के सेवा मतदाताओं की संख्या 1,16,170 है.
कितने मतदान केंद्र?
महाराष्ट्र में इस बार 1,00,186 मतदान केंद्र होंगे. जबकि, 2019 के विधानसभा चुनाव में इनकी संख्या 96,654 थी. मतदाताओं की संख्या में वृद्धि के कारण यह वृद्धि की गई है. राज्य सरकार के लगभग 6 लाख कर्मचारी चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात किए जाएंगे.
महाराष्ट्र की हॉट सीट और कैंडिडेट?
कोपरी-पचपखड़ी: यहां सबसे रोचक मुकाबला होने जा रहा है. इस सीट से एकनाथ शिंदे के खिलाफ उनके राजनीतिक गुरु के भतीजे ताल ठोंक रहे हैं. केदार दिघे, एकनाथ शिंदे के राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के भतीजे हैं. 44 साल के दिगे ग्रैजुएट हैं और काफी समय से पार्टी में एक्टिव हैं.
नागपुर दक्षिण: यहां BJP से देवेंद्र फडणवीस के सामने कांग्रेस ने प्रफुल गुडाधे को मौका दिया है. फडणवीस 5 बार के विधायक रह चुके हैं. एक बार CM थे. अभी डिप्टी CM हैं.
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बारामती: शरद पवार के गढ़ बारामती में मुकाबला पवार बनाम पवार का होने जा रहा है. यहां अजित पवार के खिलाफ शरद पवार ने अपने पोते युगेंद्र पवार को उतारा है.
वर्ली: वर्ली सीट से उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उनके खिलाफ शिवसेना से मिलिंद देवड़ा ताल ठोंक रहे हैं.
बांद्रा ईस्ट: इस सीट से अजित पवार गुट ने बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को उतारा है. उनका मुकाबला शिवसेना (UBT) से वरुण सरदेसाई से होगा.
मानखुर्द: इस सीट पर भी मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है. यहां नवाब मलिक अजित पवार गुट के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. एकनाथ शिंदे गुट ने यहां से सुरेश पाटिल को मौका दिया है.
मुंबा देवी: ये सीट भी बीते दिनों खूब विवादों में रही थी. इस सीट से एकनाथ शिंदे गुट ने शाइना एनसी को मौका दिया है. कांग्रेस के अमीन पटेल से उनका मुकाबला होगा.
अणुशक्तिनगर: इस सीट से नवाब मलिक की बेटी सना मलिक चुनावी डेब्यू कर रही हैं. उनका मुकाबला शरद पवार गुट के फहाद अहमद से होगा.
कैसा रहा था 2019 का महाराष्ट्र चुनाव?
2019 में महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को एक ही फेज में वोटिंग कराई गई थी. वोटिंग पर्सेंट 61.4% रहा था. गठबंधन में चुनाव लड़ रही BJP ने 105 सीटें और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थी. गठबंधन से NCP को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं थी. हालांकि, CM पद को लेकर विवाद हुआ और BJP-शिवसेना का 25 साल का गठबंधन टूट गया.
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फिर शुरू हुआ सियासी ड्रामा
23 नवंबर 2019 को सुबह-सुबह देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. हालांकि, सियासी उथल-पुथल के बीच फ्लोर टेस्ट से पहले ही 26 नवंबर 2019 को दोनों ने इस्तीफा दे दिया. बाद में 28 नवंबर को उद्धव ठाकरे ने NCP और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना रही. इस गठबंधन को महाविकास अघाड़ी कहा गया. फिर शिवसेना में बगावत हुई. पार्टी के दो गुट हो गए. चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे के गुट को असली शिवसेना माना. एकनाथ शिंदे ने BJP के साथ गठबंधन करके सरकार बना ली. देवेंद्र फडणवीस डिप्टी CM बने. इसके बाद उद्धव ठाकरे की महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई. जुलाई 2023 में NCP में टूट हुई. अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर दी और शिंदे-BJP सरकार में शामिल हो गए. उन्हें दूसरा डिप्टी CM बनाया गया. बाद में चुनाव आयोग ने भी अजित पवार के गुट को असली NCP माना.
झारखंड की 38 सीटों पर वोटिंग
झारखंड के आखिरी फेज में 12 जिलों की 38 सीटों पर वोटिंग होनी है. दूसरे फेज की 38 में से 18 सीटें संथाल, 18 सीटें उत्तरी छोटानागपुर और दो सीटें रांची जिले की हैं. राज्य में सत्तारूढ़ झामुमो नीत ‘इंडिया' गठबंधन और भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के बीच कड़ी टक्कर है. पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को हुआ था. दूसरे फेज की 10 कद्दावर राजनेताओं की हॉट सीट पर सबकी निगाहें टिकी हैं.
इनमें CM हेमंत सोरेन, राज्य के पहले CM और BJP के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, JMM की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन, AJSU पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो, राज्य सरकार के चार मंत्रियों इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, हफीजुल हसन और बेबी देवी, विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी की सीट शामिल हैं.
दूसरे फेज में कितने उम्मीदवार?
झारखंड के दूसरे फेज में 528 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा. NDA के 38 और INDIA गठबंधन के 38 प्रत्याशी मैदान में हैं. NDA से BJP ने 32 और AJSU ने 6 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं. इंडिया से कांग्रेस पार्टी ने 12, JMM ने 20, RJD ने 2 और CPIML 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं.
कितने मतदाता?
बुधवार को 60.79 लाख महिलाओं सहित कुल 1.23 करोड़ मतदाता मतदान करने के पात्र हैं. कुल मिलाकर 528 उम्मीदवार - 472 पुरुष, 55 महिलाएं और एक ट्रांसजेंडर- मैदान में हैं.
कितने मतदान केंद्र?
बुधवार को 14,218 मतदान केंद्रों पर मतदान सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 6 बजे तक जारी रहेगा. इनमें से 31 मतदान केंद्रों पर मतदान शाम चार बजे समाप्त होगा.
झारखंड की हॉट सीटें?
बरहेट: साहिबगंज जिले के बरहेट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बतौर झामुमो प्रत्याशी तीसरी बार मैदान में हैं. उनका मुकाबला आजसू छोड़कर भाजपा में आए प्रत्याशी गमालियल हेम्ब्रम से है.
धनवार: गिरिडीह जिले की धनवार सीट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी मैदान में हैं. इस सीट पर इंडिया गठबंधन की एकता दरकी हैं और यहां से झामुमो-भाकपा माले गठबंधन के दोनों दलों ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं. भाकपा माले ने राजकुमार यादव और झामुमो ने निजामुद्दीन अंसारी को उम्मीदवार बनाया है.
गांडेय: गिरिडीह जिले की गांडेय, जहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन मुर्मू मैदान में हैं. भाजपा ने उनके खिलाफ गिरिडीह जिला परिषद् की अध्यक्ष मुनिया देवी को मैदान में उतारा है.
सिल्ली: आजसू प्रमुख सुदेश महतो की उम्मीदवारी के कारण रांची जिले के सिल्ली सीट की गिनती भी राज्य की हॉट सीटों में होती है. 2014 को छोड़कर 2000 से 2019 तक सुदेश महतो का इस सीट पर कब्ज़ा रहा है. 2014 में झामुमो उम्मीदवार के तौर पर अमित महतो ने उनसे यह सीट छीनी थी. झामुमो ने एक बार फिर अमित महतो को प्रत्याशी बनाया है.
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नाला: झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो नाला सीट से चुनावी मैदान में हैं, जहां BJP ने पिछले चुनाव में आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ चुके माधव चंद्र महतो को उम्मीदवार बनाया है. 2019 का चुनाव भाजपा और आजसू ने अलग-अलग लड़ा था.
चंदनकियारी: झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी चंदनकियारी सीट से भाग्य आजमा रहे है. उनका मुकाबला झामुमो के उमाकांत रजक से है, जो आजसू छोड़कर झामुमो में आए हैं.
महागामा: गोड्डा जिले की महागामा सीट पर हेमंत सोरेन सरकार में कांग्रेस कोटे की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह का भाजपा के अशोक भगत से सीधा मुकाबला है.
मधुपुर: देवघर जिले की मधुपुर सीट पर JMM कोटे के मंत्री हफीजुल हसन को BJP के गंगा नारायण सिंह से कड़ी चुनौती मिल रही है.
डुमरी: हेमंत सरकार की एक अन्य मंत्री बेबी देवी डुमरी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी हैं. उन्हें आजसू पार्टी की यशोदा देवी और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के फायरब्रांड लीडर जयराम महतो चुनौती दे रहे हैं.
इनके अलावा इस फेज के महत्वपूर्ण उम्मीदवारों में BJP विधायक दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण बोकारो से, सचेतक अनंत ओझा राजमहल से, झाविमो छोड़ कांग्रेस में आए प्रदीप यादव पोडै़याहाट से, भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलम पाकुड़ से, झामुमो के बागी और भाजपा उम्मीदवार लोबिन हेम्ब्रम बोरियो से, भाकपा माले नेता विनोद सिंह बगोदर से, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी सुदिव्य सोनू गिरिडीह से, भाजपा छोड़ झामुमो का दामन थामने वाले केदार हाजरा जमुआ से चुनाव मैदान में हैं.
2019 में किसे कितनी सीटें मिली थीं?
पिछले 2019 के चुनाव में दूसरे फेस की सीटों को देखा जाए, तो BJP ने 12 सीटें मिली थीं. यहां से BJP को 33.4 फीसदी मत मिले थे. कांग्रेस पार्टी को 8 सीटों पर जीत मिली थी और पंजे को 14.3 फीसदी वोट मिले थे. JMM ने 13 सीटों पर जीत मिली थी और इस पार्टी को 18.5% मत मिले थे. RJD को कोई भी सीट नहीं मिली थी, लेकिन 2.4% मत मिले थे. AJSU ने दो सीटें जीती थी और 9.6% मत मिले थे. GVM ने दो सीटें जीती थी और 5.4% मत हासिल किए थे. अन्य को एक सीट मिली थी और 16.5% मत मिले थे.
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कहां-कहां उपचुनाव?
-यूपी की 9 विधानसभा सीटों करहल(मैनपुरी), सीसामऊ (कानपुर), कटेहरी (अंबेडकरनगर), कुंदरकी (मुरादाबाद), मीरापुर (मु्जफ्फरनगर), गाजियाबाद, फूलपुर (प्रयागराज), खैर (अलीगढ़), मझवां(मिर्जापुर) सीट पर उपचुनाव है.
-पंजाब की 4 सीटों गिद्दड़बाहा(मुक्तसर), डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर), चब्बेवाल (होशियारपुर) और बरनाला में उपचुनाव है.
-केरल की एकमात्र विधानसभा सीट पलक्कड़ में वोटिंग होनी है.
-उत्तराखंड की केदारनाथ सीट के लिए भी वोटिंग होनी है.
- महाराष्ट्र की एकमात्र लोकसभा सीट नांदेड़ में उपचुनाव होना है.
उपचुनाव में कुल 90 उम्मीदवार
उपचुनाव में कुल 90 उम्मीदवार मैदान में हैं. सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं. वहीं, सबसे कम पांच-पांच उम्मीदवार खैर (सुरक्षित) और सीसामऊ सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
उपचुनाव में कितने मतदाता?
बुधवार के उपचुनाव के लिए राज्य में 34.35 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे, जिनमें 18.46 लाख से अधिक पुरुष और 15.88 लाख से अधिक महिला मतदाता शामिल हैं. शांतिपूर्ण मतदान के लिए पर्याप्त संख्या में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.
नांदेड़ लोकसभा सीट से रवींद्र चव्हाण उम्मीदवार
15 सीटों में से BJP, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के पास 4-4 और आम आदमी पार्टी (AAP), राष्ट्रीय लोकदल (RLD) और निषाद पार्टी के पास 1-1 सीट थी. वहीं, महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन से खाली है. लोकसभा चुनाव के सिर्फ दो महीने बाद ही अगस्त, 2024 में उनका देहांत हो गया था. पार्टी ने उनके बेटे रवींद्र चव्हाण को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा ने डॉ. संतुक हंबार्डे को उतारा है.
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