महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री महायुति से कौन होगा? इसे लेकर तस्वीर अब जल्द ही साफ हो जाएगा. मुख्यमंत्री पद की रेस में देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे चल रहा है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को मुख्यमंत्री पद की भरपाई के लिए तीन बड़े विभागों सहित कैबिनेट में 12 सीटें दे सकती है. इसके साथ ही महाराष्ट्र में दादा भूसे और शंभू राज देसाई को डिप्टी CM बनाया जा सकता है.
सूत्रों ने यह भी बताया कि महायुति गठबंधन में तीसरी पार्टी अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा को कैबिनेट में 9 सीटें मिल सकती हैं. महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं. बीजेपी आधी सीटें अपने पास रखेगी.
शहरी विकास, लोक निर्माण विभाग और जल संसाधन...ये तीन मंत्रालय एकनाथ शिंदे गुट को मिल सकता है. नया मुख्यमंत्री बीजेपी से होगा और दो उपमुख्यमंत्रियों, शिवसेना और NCP से हो सकते हैं. सूत्रों ने कहा है कि अजित पवार ने अपनी पार्टी के नेताओं से कहा है कि शपथ ग्रहण समारोह इस सप्ताह के अंत में आयोजित किया जा सकता है. बीजेपी ने अभी तक अपने मुख्यमंत्री की पसंद की घोषणा नहीं की है, लेकिन राज्य में पार्टी के सबसे बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस सबसे आगे हैं.
सूत्रों का यह भी कहना है कि आज मुख्यमंत्री का नाम तय हो जाने की स्थिति में दो दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हो सकता है. इस शपथ ग्रहण समारोह का इस्तेमाल महायुति अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने के रूप में करेगा. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं. इस समारोह का आयोजन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में किया जा सकता है.
CM पद पर फडणवीस की दावेदारी कितनी मजबूत?
सूत्रों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) देवेंद्र फडणवीस को सीएम पद पर देखना चाहती है. क्योंकि इस चुनाव में फडणवीस एक मजबूत नेता के तौर पर उभरकर आए हैं. फडणवीस के कद और पार्टी के प्रति उनकी वफादारी को देखते हुए RSS सीएम पद के लिए उनका समर्थन भी किया है. चुनाव में फडणवीस के चेहरे के कारण ही बीजेपी को लोगों का सपोर्ट मिला था.
चुनाव में BJP ने जीती 132 सीटें
महाराष्ट्र चुनाव में महायुति ने 230 सीटों पर जीत हासिल की है. BJP ने अकेले 132 सीटें जीती. शिवसेना (शिंदे गुट) ने 57 और अजित पवार गुट ने 41 सीटें पाई हैं. वहीं, महाविकास अघाड़ी ने 46 सीटों पर जीत हासिल की. उद्धव गुट ने 20 और शरद पवार गुट को 10 सीटें मिली हैं. जबकि कांग्रेस के हाथ में सिर्फ 16 सीटें आईं.