ऑल इण्डिया किसान सभा और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में 10,000 के करीब आदिवासी किसान एक बार फिर लॉन्ग मार्च कर रहे हैं. नासिक से प्याज की कीमत सहित 17-पॉइंट डिमांड का चार्टर लेकर किसान मार्च कर रहे हैं. किसानों की सबसे प्रमुख मांग विशेष रूप से प्याज के लिए लाभकारी मूल्य है. प्याज के लिए 2000 रुपये प्रति क्विंटल और निर्यात नीतियों में बदलाव के साथ-साथ 600 रुपये प्रति क्विंटल की तत्काल सब्सिडी की मांग किसान कर रहे हैं.
मार्च कर रहे किसानों के द्वारा अन्य प्रमुख मांगो में किसानों पूर्ण ऋण माफी. लंबित बिजली बिलों को माफ करना और बिजली की 12 घंटे दैनिक आपूर्ति है. बेमौसम बारिश और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों को हुए नुकसान के लिए सरकार और बीमा कंपनियों द्वारा मुआवजा की मांग भी किसान कर रहे हैं.
मार्च कर रहे किसानों ने सभी वन भूमि, चरागाह, मंदिर, इनाम, वक्फ, और बेनामी भूमि का कृषकों के नाम पर निहित करने की मांग भी रखी है. पीएम आवास योजना की सब्सिडी को 1.40 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने की मांग भी आंदोलनकारी कर रहे हैं.
वृद्धावस्था और विशेष पेंशन राशि को 4000 रुपये प्रति माह तक बढ़ाना. 2005 के बाद शामिल हुए सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग. ये किसान मुंबई नाशिक हाईवे पर पैदल चलते हुए मुंबई की तरफ आगे बढ़ रहे हैं.
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