Maharashtra Coronavirs: महाराष्ट्र के अहमदनगर में रेमडेसीविर (Remdesivir) इंजेक्शन नहीं मिलने से परेशान कोरोना संक्रमित मरीजों के रिश्तेदारों ने कलेक्टर के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करके अपना विरोध दर्ज कराया. लोगों को रेमडेसीविर इंजेक्शन के लिए कई बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और कई दिनों तक इंतज़ार करना पड़ रहा है. कई दिनों से रेमडेसीविर इंजेक्शन की कमी झेल रहे अहमदनगर में लोगों ने प्रशासन के समक्ष अपनी नाराजगी ज़ाहिर की. अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही बाज़ार में कहीं भी रेमडेसीविर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है. इसके विरोध में लोग सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन करते नज़र आए.
पीड़ित शाम असवा ने कहा कि ''पेशेंट को सही इलाज नहीं मिल रहा है. दवाई नहीं मिल रही है. अस्पताल में जगह नहीं मिल रही, इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं, लोग परेशान हैं. कलेक्टर के पास जो व्यवस्था है वो पूरी तरह कोलेप्स हो चुकी है.''
प्रशासन के अधिकारी भी मानते हैं कि रेमडेसीविर की भारी कमी है जिससे परेशानी बढ़ी है. एफडीए के प्रभारी सह आयुक्त सीएन पडगल ने कहा कि ''कल से बहुत परेशानी हो रही है. एक जगह से सप्लाई आ रही है, वो केवल अपने मरीज़ के लिए लाते हैं. दूसरे जगह से सप्लाई पूरी तरह ज़ीरो है.''
जिले में बढ़ते मामलों के बाद अब इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने अहमदनगर के बढ़ते मामलों के बाद अहमदनगर के पालक मंत्री के जिले में नहीं आने के कारण उन्हें ढूंढ निकालने वालों को 5 हज़ार का इनाम देने की घोषणा की है.
महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में बढ़ रहे मामलों से परिस्थिति गम्भीर है. ना तो बुनियादी ढांचा मौजूद है और ना ही दवाइयां, जिसकी वजह से लोग परेशान हैं और सरकार से कोई हल निकालने की मांग कर रहे हैं.