मुंबई में ग्राउंड लेवल पर कोरोनावायरस से स्थिति बहुत खराब है. शहर के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक अस्पताल के टॉप डॉक्टर ने बुधवार को यह बात कही. शहर में पिछले 24 घंटों में 10,030 संक्रमण के नए मामले और 31 मौतें हुई हैं. अक्टूबर के बाद यह सबसे ज्यादा मौतों का आंकड़ा है. मुंबई के अस्पतालों में पिछले कुछ महीनों में होने वाली भर्तियों में 300 फीसदी का उछाल आया है.
मुंबई के KEM अस्पताल के डीन डॉक्टर हेमंत देशमुख ने NDTV को बताया कि 'ग्राउंड लेवल पर स्थिति बहुत खराब है. पिछले चार हफ्तों से नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं.' इसी अस्पताल में अकेले 228 मरीज भर्ती हैं. वो भी तब जब अस्पताल बस ऐसे मरीजों की भर्ती कर रहा है, जिनकी स्थिति ज्यादा गंभीर है. उन्होंने कहा कि 'मुंबई के अस्पतालों में बेड की उपलब्धता अपने क्षमता तक पहुंच चुकी है. हमारे पास फिलहाल हल्के और मध्यम लक्षणों वाले मरीजों की जरूरत भर के बेड खाली हैं.'
मुंबई के कई अस्पतालों ने ऑक्सीजन सिलिंडरों की कमी की समस्या उठाई है. डॉक्टर देशमुख ने कहा कि अस्पतालों को ऑक्सीजन सप्लाई के साथ मेडिकेशन की तुरंत जरूरत है.
महाराष्ट्र में कोविड वैक्सीन का संकट, बस 3 दिनों का है स्टॉक, कई सेंटर बंद होने पर मजबूर
कोरोना की दूसरी लहर में, खासकर शहरों में युवाओं में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. डॉक्टर देशमुख ने बताया कि 'फिलहाल जो मरीज आ रहे हैं, उनमें से 35 से 55 की बीच के लोग ज्यादा हैं. हालांकि, 35 के नीचे के लोग भी, यहां तक कि बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं.'
बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में अबतक के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. यहां 55,469 केस और 297 मौतें दर्ज हुई हैं. वैक्सीनेशन की गति बढ़ाई जा रही है, हालांकि केंद्र ने मंगलवार को कहा कि अभी आगे के कुछ वक्त में हर उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन को शुरू करने की योजना नहीं है और अभी ऐसे लोगों को वैक्सीन दी जा रही है, जिन्हें वायरस से ज्यादा खतरा है.
वहीं, महाराष्ट्र में वैक्सीन के शॉर्टेज की समस्या भी खड़ी हो गई है. बुधवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य के कई जगहों पर वैक्सीन का स्टॉक तेजी से खत्म हो रहा है और बस तीन दिनों के लिए ही वैक्सीन बची है. ऐसे में राज्य ने केंद्र को इसकी जानकारी दी है.
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