महाराष्ट्र शिवसेना के बागी विधायकों और निर्दलीय विधायकों को शनिवार रात एक विशेष उड़ान के जरिये गोवा से शहर लौटने के बाद भारी सुरक्षा के बीच दक्षिण मुंबई के एक होटल में ले जाया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. शिवसेना के 39 बागी विधायकों सहित शिंदे का समर्थन करने वाले 50 विधायकों ने चार्टर्ड विमान से मुंबई के लिए उड़ान भरी. आज सुबह गोवा पहुंचे शिंदे भी उनके साथ वापस आ गए. गोवा के डाबोलिम हवाईअड्डे से उड़ान भरने के करीब 50 मिनट बाद उनका विमान रात करीब आठ बजे मुंबई हवाईअड्डे पर उतरा.
अधिकारियों ने बताया कि मुंबई पुलिस की सुरक्षा में विधायकों को ले जाने वाली बसों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए हवाईअड्डे और दक्षिण मुंबई में होटल के बीच मार्ग पर पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी तैनात की गई थी. बसों के हवाईअड्डे से निकलने के बाद कुछ देर के लिए यातायात अवरुद्ध हो गया. अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधायकों की एक बस में यात्रा की. राज्य विधानसभा का दो-दिवसीय विशेष सत्र रविवार से शुरू होगा, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव के साथ ही नयी सरकार का शक्ति परीक्षण भी होगा.
महाराष्ट्र में गुरुवार को नई सरकार का गठन करने के बाद शुक्रवार की देर रात एकनाथ शिंदे फिर से गोवा चले गए थे. बात दें कि राज्यपाल ने राज्य के नए सीएम एकनाथ शिंदे बहुमत साबित करने को कहा है. अब महाराष्ट्र विधानसभा का अधिवेशन रविवार और सोमवार को होगा. इससे पहले शनिवार यानी आज अध्यक्ष पद का नॉमिनेशन भरा जाएगा. फिर रविवार को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा. वहीं, सोमवार को फ्लोर टेस्ट होगा.
सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली नई सरकार की गठन के बाद महाविकास आधाड़ी ने फिर एक बार शिवसेना के 39 बागी विधायकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. महाविकास अघाड़ी की ओर से एक नई याचिका दायर की गई है, जिसमें ये मांग की गई है कि कोर्ट सभी बागी विधायकों को विधानसभा आने से रोके. कहा गया है कि वैसे विधायक जिनके खिलाफ अभी सुनवाई चल रही है या बाकी है, उनके विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने पर प्रतिबंध लगाया जाए. इधर, सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के लिए 11 जुलाई की तारीख मुकर्रर की है.
एकनाथ शिंदे को पार्टी पद से हटाया
इधर, विधायकों के शिलाफ कोर्ट जाने के साथ-साथ उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पार्टी संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटा दिया है. पार्टी द्वारा जारी एक पत्र में ठाकरे ने कहा कि शिंदे “पार्टी विरोधी गतिविधियों” में शामिल रहे हैं. हालांकि, इससे पहले एकनाथ शिंदे ने भी दावा किया है कि वही शिवसेना के नेता हैं क्योंकि ठाकरे खेमा अल्पसंख्यक की स्थिति में है. उद्धव ठाकरे द्वारा हस्ताक्षर किए गए पत्र में कहा गया है, "शिवसेना पक्ष प्रमुख के रूप में मुझे मिली शक्तियों का प्रयोग करते हुए मैं आपको पार्टी संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटाता हूं."
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