मुंबई में वोटिंग से पहले क्यों मचा हंगामा, विनोद तावड़े की बैठक में ऐसा हुआ क्या? जानिए

विनोद तावड़े के कमरे से 9 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं. इसके बाद चुनाव आयोग की शिकायत पर तावड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

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नई दिल्ली:

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections 2024) से ठीक एक दिन पहले बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर वोटरों को लुभाने के लिए पैसे बांटने का गंभीर आरोप लगा है. तावड़े के कमरे से 9 लाख रुपये नकद भी बरामद हुए हैं. बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि तावड़े पालघर के नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में पैसे बांटने आए थे. उन्होंने मीटिंग की जगह पर विनोद तावड़े को घेर लिया और जमकर हंगामा किया. इसका वीडियो भी सामने आया है. इसके बाद विनोद तावड़े के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.

विनोद तावड़े पर पैसे बांटने के आरोप के बाद महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है. बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने तावड़े को घेरकर पैसे दिखाए और जमकर हंगामा किया. जानकारी के मुताबिक उन्होंने विनोद तावड़े की गाड़ी के टायर फाड़ दिए, जिसकी वजह से उन्हें वहां से हितेन्द्र ठाकुर की गाड़ी से रवाना होना पड़ा.

इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि मुंबई के विवांता होटल में विनोद तावड़े और स्थानीय नेता राजन नाइक को बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया. बीवीए के कार्यकर्ता हाथों में नोटों के पैकेट लेकर लहरा रहे हैं और उसे कैमरे में दिखा रहे हैं. इस दौरान बीजेपी नेता विनोद तावड़े वहां बैठे हुए दिखाई देते हैं.

मौके पर भाजपा और बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा भी हुआ. स्थित तनावपूर्ण होने के चलते होटल को सील कर दिया गया है.

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इसके बाद चुनाव आयोग की शिकायत पर तावड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. हालांकि एफआईआर कैश मिलने के मामले में दर्ज हुई नहीं हुई है. प्रचार खत्म होने के बाद आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में उनके खिलाफ विरार के तुलिंज पुलिस स्टेशन में ये केस रजिस्टर हुआ है. उनके अलावा बीजेपी उम्मीदवार राजन नाइक पर भी केस दर्ज हुआ है. 

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इधर बीजेपी के बड़े नेता विनोद तावड़े ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.

तावड़े ने मीडिया से कहा, "नालासोपारा के विधायकों की एक बैठक चल रही थी. मतदान के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता, वोटिंग मशीनों को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति करनी है तो कैसे किया जाएगा. मैं उन्हें इसके बारे में बताने के लिए वहां गया था. लेकिन बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने सोचा कि हम पैसे बांट रहे हैं. चुनाव आयोग और पुलिस को जांच करने दें, मैं 40 साल से पार्टी में हूं, पूरी पार्टी मुझे जानती है. फिर भी मेरा मानना ​​है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए."

उन्होंने कहा कि महायुति को मिल रहे अपार समर्थन से हताश विपक्ष बेबुनियाद आरोप लगाकर इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है. चुनाव आयोग इस मामले में निष्पक्ष जांच करे, ये मेरा आग्रह है.

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उधर, भाजपा नेता विनोद तवाड़े के वायरल वीडियो पर शिवसेना (यूबीटी) ने भी निशाना साधा. शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "एक पैसा फेंक, इलेक्शन कमीशन तमाशा देख, जनता अब देगी तमाचा एक."

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विनोद तावड़े के मामले में उद्धव ठाकरे ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि क्या यह नोट जिहाद है, क्या बाटेंगे तो जीतेंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग क्या कार्रवाई करता है ये देखना होगा, महाराष्ट्र की जनता ने सब कुछ खुली आंखों से देखा है, कल जनता ही इसका फैसला करेगी.

वहीं संजय राउत ने कहा कि विनोद तावड़े बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. तावड़े अनुभवी नेता हैं. उसके बावजूद वे पैसे बांटते हुए पकड़े गए. उन्होंने पूछा कि क्या बीजेपी के अंदर से किसी ने तावड़े को फंसाने की कोशिश की है. इससे एक बात साफ़ है कि बांटेगे तो जीतेंगे ये बीजेपी को पता है. चुनाव में बीजेपी का असली चेहरा सामने आ गया है.

कांग्रेस ने भी विनोद तवाड़े के वायरल वीडियो को लेकर भाजपा पर निशाना साधा. कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े महाराष्ट्र के एक होटल में पैसे बांटते हुए पकड़े गए हैं. विनोद तावड़े बैग में पैसे लेकर गए थे और वहां पर लोगों को बुला-बुलाकर पैसे बांट रहे थे. ये खबर जब जनता को पता चली तो भारी हंगामा हो गया. पैसों के साथ विनोद तावड़े के कई वीडियो सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र में वोटिंग होने वाली है, उससे ठीक पहले भाजपा के नेता पैसों के दम पर चुनाव को प्रभावित करने में लगे हैं. इसमें कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े-बड़े नेता तक शामिल हैं. चुनाव आयोग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए."

288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 20 नवंबर को मतदान होने हैं और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी.