Mahakumbh 2025: 1500 आर्टिस्ट, 49 थीम - पेंटिंग के जरिये कैसे हो रही सुंदर बनाने की तैयारी?

महाकुंभ को लेकर सिर्फ संगम क्षेत्र को ही नहीं बल्कि पूरे प्रयागराज को संवारा-निखारा जा रहा है. यहां जानिए किस-किस जतन से हो रहा ये काम...

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प्रयागराज में जगह-जगह इस तरह की पेंटिंग बनी हुई है.
प्रयागराज:

प्रयागराज महाकुंभ (Mahakumbh 2025) को अलग-अलग तरीकों से भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है. शहर से लेकर पूरे मेला क्षेत्र में म्यूरल पेंटिंग्स के जरिए आध्यात्मिक विरासत को उकेरा जा रहा है.ये खूबसूरत म्यूरल पेंटिंग्स आध्यात्मिक विरासत को संजोए हुए महाकुंभ की सुंदरता को और बढ़ा रही हैं. उत्तर प्रदेश सरकार की कोशिश है कि महाकुंभ को भव्य, दिव्य और अद्भुत बनाने में कोई कसर न छोड़ी जाए. इसे लेकर बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है. 

1500 कलाकार काम में लगे 

जानकरी के अनुसार, पंद्रह सौ से ज्यादा कलाकार देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं, जो 49 थीम पर इस तरह की म्यूरल पेंटिंग्स बना रहे हैं. ये काम बीते 6 महीनों से लोक निर्माण विभाग की देखरेख में किया जा रहा है.

पूरे शहर में हो रहा काम 

म्यूरल पेंटिंग्स का काम देख रहे आनंद बताते हैं, " पूरे प्रयागराज में इसका काम चल रहा है. भारत के सभी राज्यों से यहां पर कलाकार आए हैं जो इन पेंटिंग का निर्माण कर रहे हैं. "

4-5 दिन में तैयार होती है

आनंद ने कहा, "एक पिलर में 6 कलाकार लगते हैं और पूरे पिलर को पेंट करने में 4 से 5 दिन लगता है. सभी जगह पर एक प्रकार का समय लगता है, लेकिन पिलर्स की लंबाई ज्यादा होती इसलिए यहां पर दो दिन अधिक लगता है."

ये पेंटिंग्स आकर्षण का केंद्र 

महाकुंभ में मयूरल पेंटिंग में मुख्य आकर्षण लाइफ ऑफ कुंभ, मधुबनी आर्ट, क्राफ्ट ऑफ इंडिया, ट्राइबल आर्ट बन गए हैं, जिसे देखकर आपको लगेगा कि आप पूरे भारत का दर्शन कर रहे हैं. इस प्रकार की तस्वीर न सिर्फ महाकुंभ की भव्यता और सुंदरता को बढ़ा रही है, बल्कि प्रयागराज की आध्यात्मिक तस्वीर को भी पेश कर रही है.

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