उज्जैन में दुष्कर्म में नाकाम रहने पर एक महिला की हत्या के बाद उसके शव के टुकड़े अलग-अलग यात्री ट्रेनों में रखने के आरोप में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने रविवार को 60 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया. जीआरपी के एक अधिकारी ने बताया कि 37 वर्षीय महिला के दोनों हाथ और दोनों पैर ऋषिकेश में एक यात्री ट्रेन में 10 जून को मिले थे, जबकि उसके शरीर के बाकी हिस्से उत्तराखंड की इस धार्मिक नगरी से करीब 1,150 किलोमीटर दूर इंदौर में एक अन्य यात्री ट्रेन से नौ जून को बरामद किए गए थे.
जीआरपी की इंदौर इकाई के पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी ने बताया कि महिला के नृशंस हत्याकांड के आरोप में कमलेश पटेल (60) को उज्जैन से गिरफ्तार किया गया.
उन्होंने बताया कि रतलाम जिले की रहने वाली महिला अपने पति से झगड़े के बाद छह जून को अपना घर छोड़कर चली गई थी और तलाश किए जाने पर उसका कोई पता नहीं चलने के बाद उसके परिवार ने 12 जून को बिलपांक पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
कोरी ने बताया, ‘‘पति से झगड़े के बाद महिला उज्जैन पहुंची और मथुरा जाने के लिए रेलवे स्टेशन पर बैठी थी. पटेल महिला को फुसला कर अपने घर ले गया और उसे भोजन में नींद की गोली मिलाकर दे दी.''
उन्होंने बताया कि महिला को नींद आने पर पटेल ने उससे दुष्कर्म का प्रयास किया, लेकिन महिला की नींद खुल गई और उसने शोर मचा दिया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पटेल ने रस्सी से गला घोटकर महिला की हत्या कर दी तथा छुरे से उसकी लाश के टुकड़े करके इंदौर-नागदा यात्री ट्रेन और इंदौर-देहरादून यात्री ट्रेन में रख दिए ताकि उसकी पहचान न हो सके.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल छुरा और अन्य अहम सबूत बरामद किए हैं और विस्तृत जांच जारी है.
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