MP में दलित युवक की पिटाई, चेहरे पर पेशाब करने का आरोप, चार आरोपियों पर SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज

एमपी के कटनी में अवैध खनन का विरोध कर रहे एक दलित युवक के साथ मारपीट और कथित तौर पर पेशाब करने की खबर है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
एमपी के कटनी का मामला
कटनी:

मध्यप्रदेश के कटनी जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां अवैध खनन का विरोध करने वाले एक दलित युवक की बेरहमी से पिटाई की गई और कथित तौर उस पर पेशाब करने जैसी अमानवीय हरकत की गई. यह घटना कटनी के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र की है.

पुलिस से की शिकायत 

पीड़ित राजकुमार चौधरी ने कटनी पुलिस अधीक्षक को दिए आवेदन में बताया कि 13 अक्टूबर की शाम उन्होंने अपनी जमीन के पास सरकारी भूमि पर रांमगढ़ा पहाड़ी में हो रहे अवैध गिट्टी खनन का विरोध किया था। यह काम कथित रूप से ग्राम सरपंच रामानुज पांडेय और उनके सहयोगियों की देखरेख में किया जा रहा था.

जातिसूचक गालियां देने का आरोप 

राजकुमार ने बताया, “जब मैंने इसका विरोध किया, तो उन्होंने जातिसूचक गालियां दीं, जान से मारने की धमकी दी, और बाद में मेरे घर लौटते समय रास्ते में घेर लिया.” गांव के मुक्तिधाम के पास सरपंच रामानुज पांडेय, उनके बेटे पवन पांडेय, भतीजे सतीश पांडेय और अन्य लोगों ने युवक को रोककर लाठी-डंडों से हमला किया। राजकुमार का आरोप है, “ सरपंच रामानुज पांडे अवैध खनन करते हैं, मैंने मना किया तो मुझे मारा, जातिसूचक गालियां दीं मेरी मां बीच में आई तो मुझे भी मारा. उसके बेटे ने मुझपर पेशाब किया, मुझे बहुत अपमानित किया गया मेरे बच्चे छोटे छोटे हैं उनके लिये मुझे जीना पड़ेगा मैंने आवेदन लिखित में दिया है. मेरी मां ने बीच बचाव किया तो उनके बाल पकड़कर खींचा गया उन्हें भी मारा, सबके सामने मेरी बेइज्जती की गई।”

चार लोगों के खिलाफ एफआईआर 

पुलिस ने चार नामजद आरोपियों के खिलाफ मारपीट और अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (SC/ST Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया है. एएसपी संतोष डेहरिया ने बताया, “पीड़ित इलाज के बाद हमारे पास आया. शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है.” वहीं, सरपंच रामानुज पांडेय ने सभी आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया. उन्होंने कहा, “यह झूठे आरोप हैं। कोई अवैध खनन नहीं हो रहा था. पंचायत भवन के नवीनीकरण के लिए गिट्टी निकाली जा रही थी। हमें बदनाम करने के लिए यह कहानी गढ़ी गई है.”

यह घटना जुलाई 2023 की सीधी कांड की याद दिलाती है, जब बीजेपी से जुड़े प्रवेश शुक्ला का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह एक आदिवासी युवक पर शराब के नशे में पेशाब करते हुए दिखाई दे रहे थे.उस मामले ने भी पूरे देश में आक्रोश पैदा किया था.

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, अनुसूचित जातियों पर अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 2023 में देशभर में ऐसे 57,789 मामले दर्ज हुए, जो 2022 से अधिक हैं। इनमें उत्तर प्रदेश (15,130) पहले स्थान पर, राजस्थान (8,449) दूसरे और मध्यप्रदेश (8,232) तीसरे स्थान पर रहा.

Advertisement
Featured Video Of The Day
BrahMos के निशाने पर Pakistan की 1-1 इंच जमीन! | Syed Suhail | Bharat Ki Baat Batata Hoon
Topics mentioned in this article