मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी का दामन थाम लिया. शुक्रवार को वो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी में शामिल होते ही सलूजा ने कमलनाथ पर 1984 सिख दंगों को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए. वहीं कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सलूजा को 13 नवंबर 2022 को ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.
नरेंद्र सलूजा मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विंग के उपाध्यक्ष थे. उन्होंने भोपाल में मुख्यमंत्री आवास पर सीएम शिवराज सिंह चौहान और राज्य के वन मंत्री कुंवर विजय शाह की उपस्थिति में सत्तारूढ़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.
बीजेपी का झंडा उठाते ही सलूजा ने कमलनाथ पर दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगों में सक्रिय रूप से शामिल होने का आरोप लगाया. इससे पहले 1984 में सिखों की हत्याओं में कमलनाथ की संलिप्तता का मुद्दा अतीत में जब भी सलूजा के सामने उठाया गया था, तो उन्होंने इसे विरोधियों द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों के रूप में खारिज कर दिया था.
कुछ महीने पहले, जब कमलनाथ ने मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विंग का पुनर्गठन किया था, तब सलूजा ने खुद को पार्टी और राज्य पार्टी मुख्यालय से अलग कर लिया था, क्योंकि उन्हें मीडिया विंग का प्रमुख नहीं बनाया गया था. लेकिन कुछ दिनों बाद वे मीडिया विंग के वाइस चेयरमैन के पद पर लौट आए थे.