पुलिस ने एक नाबालिग दलित लड़की को स्कूल जाने से रोकने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया है. स्थानीय लोगों के एक समूह ने यह कह कर लड़की को स्कूल जाने से रोका कि अन्य लड़कियां भी स्कूल नहीं जाती हैं. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि बवालियाखेड़ी गांव में कथित घटना के बाद लड़की के परिवार और गिरफ्तार किए गए लोगों के परिवारों के बीच झगड़ा हुआ. इस घटना में कुछ लोग घायल हो गए.
कोतवाली थाना प्रभारी अवधेश कुमार शेषा ने शिकायत के हवाले से बताया कि घटना उस समय हुई जब अनुसूचित जाति समुदाय की 16 वर्षीय लड़की शनिवार दोपहर स्थानीय स्कूल से पढ़कर घर लौट रही थी. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने लड़की का रास्ता रोका, उसका बस्ता छीना और उससे स्कूल नहीं जाने को कहा. लोगों ने कहा कि गांव की अन्य लड़कियां भी स्कूल नहीं जाती हैं. बाद में लड़की के परिवार के लोगों और आरोपियों के परिजनों के बीच इसी बात पर झड़प हुई. शिकायत के बाद पुलिस ने भादंवि और अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत सात लोगों को गिरफ्तार किया है.
वहीं पुलिस अधिकारी ने कहा कि दूसरे पक्ष की ओर से मारपीट का आरोप लगाते हुए लड़की के भाई और तीन अन्य के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. थाना प्रभारी ने कहा कि झड़प में घायल हुए लोगों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, लेकिन उन्होंने सही संख्या नहीं बताई. लड़की ने एक वीडियो जारी किया जिसमें उसने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसका स्कूल बैग छीन लिया और उसके कक्षाओं में जाने पर आपत्ति जताई. उसने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसके भाई के साथ मारपीट की जब उसने उनकी टिप्पणियों पर आपत्ति जताई और परिवार के अन्य सदस्यों को भी पीटा.
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