मध्य प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक रीवा के संजय गांधी अस्पताल के ICU यूनिट की बिजली 10 मिनट के लिए ओवरलोड की वजह से बंद हो गई थी. जब बिजली बंद हुई, उस समय वहां 22 मरीज एडमिट थे. बिजली जाते ही वहां पर अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया. मरीज के परिजन इधर-उधर भागने लगे. अस्पताल प्रशासन का इस बारे में कहना था कि उसने समय रहते बिजली सप्लाई ठीक कर लिया. उस समय वेंटिलेटर बंद नही हुए क्योंकि यूपीएस में 2 घंटे का बैकअप था. बिजली जाने के दौरान कोई 'अनहोनी' नहीं हुई.
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संजय गांधी अस्पताल में मौतों की अफवाह उड़ने के बाद रीवा कलेक्टर तत्काल ही निरीक्षण करने पहुंच गए. इसी दौरान शहर के गलियारे में एक वीडियो वायरल हुआ उसके बाद सोशल मीडिया में किसी ने हवा उड़ा दी कि संजय गांधी अस्पताल में कई मौतें हुई हैं. तत्काल ही जिला प्रशासन संजय गांधी अस्पताल पहुंच गया. हालांकि निरीक्षण के बाद सब कुछ ठीक पाया गया. रीवा कलेक्टर इलैयाराजा टी ने स्वयं संजय गांधी अस्पताल के तीसरी मंजिल पर पहुंचकर वहां पर सब कुछ चुस्त-दुरुस्त देखकर राहत की सांस ली.
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पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सभी वेंटीलेटर पर यूपीएस का बैकअप था और व्यवस्था को समय रहते ठीक कर लिया गया, इस दौरान कोई नुकसान नहीं हुआ.उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाहें जो भी फैलाएगा, गलत जानकारी देगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कलेक्टर ने कहा, 'मैं लोगों से भी अपील करूंगा कि वे अफवाहों पर ध्यान नहीं दें.'
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