भारत की हिन्दी बेल्ट के अहम बिहार राज्य में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है मधुबनी संसदीय सीट, यानी Madhubani Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1792798 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी अशोक कुमार यादव को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 595843 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में अशोक कुमार यादव को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 33.24 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 61.76 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर VSIP प्रत्याशी बद्री कुमार पुर्वे दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 140903 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 7.86 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 14.61 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 454940 रहा था.
इससे पहले, मधुबनी लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1627832 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी हुकुम देव नारायण यादव ने कुल 358040 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 21.99 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 41.61 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे RJD पार्टी के उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दकी, जिन्हें 337505 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 20.73 प्रतिशत था और कुल वोटों का 39.22 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 20535 रहा था.
उससे भी पहले, बिहार राज्य की मधुबनी संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1397256 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से BJP उम्मीदवार हुकुमदेव नारायण यादव ने 164094 वोट पाकर जीत हासिल की थी. हुकुमदेव नारायण यादव को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 11.74 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 29.48 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर RJD पार्टी के उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी रहे थे, जिन्हें 154167 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 11.03 प्रतिशत था और कुल वोटों का 27.7 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 9927 रहा था.