केंद्रीय मंत्री और गुना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन का संरक्षक बताया और मध्य प्रदेश में इस समुदाय के एक परिवार के साथ दोपहर का भोजन किया. गुना के बमोरी विधानसभा क्षेत्र में आदिवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शासित केंद्र देश के 12,665 आदिवासी गांवों के विकास के लिए 25,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा.
उन्होंने कहा कि अगर दुनिया ने स्वदेशी लोगों की जीवनशैली और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के तरीके का पालन किया होता तो जलवायु परिवर्तन नहीं होता.
मध्य प्रदेश की चर्चित लोकसभा सीटों में से एक गुना पर सात मई को मतदान होगा. सिंधिया 2019 में गुना से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में भाजपा के के पी यादव से 1.21 लाख से अधिक वोटों से हार गए थे. इससे पहले, उन्होंने 2002 से इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.
गुना का प्रतिनिधित्व उनकी दादी और भाजपा की कद्दावर नेता विजया राजे सिंधिया ने छह बार और उनके पिता एवं कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया ने चार बार किया था.
कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि वे सिंधिया को हराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. सिंधिया के मार्च 2020 में अपने वफादार विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने से राज्य में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गई थी.
प्रदेश कांग्रेस की मीडिया इकाई के प्रमुख के के मिश्रा ने पहले ‘पीटीआई-भाषा' को बताया था, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि सिंधिया किसी भी कीमत पर चुनाव हारें. '' 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीट में से 28 पर जीत हासिल की थी.
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