G20 नई दिल्ली लीडर समिट अपने आकार, भव्यता और प्रभाव में अभूतपूर्व रही: ओम बिरला

भारत की G20 अध्यक्षता का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि यह कालखंड समावेशी, आकांक्षी, कार्य-उन्मुख, निर्णायक और जन केंद्रित रहा. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जी-20 शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय परिवर्तनकारी सिद्ध होंगे, जो आने वाले दशकों में वैश्विक व्यवस्था को नया रूप देने में सहायक होंगे.

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लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत को वैश्विक सद्भावना प्राप्त हुई.

नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज संसद के विशेष सत्र के पहले दिन नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए पूरे देश को बधाई दी. ओम बिरला ने सदन को सूचित किया कि भारत की अध्यक्षता के दौरान देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 60 शहरों में G-20 की 200 से अधिक बैठकें हुई. उन्होंने आगे कहा कि दुनिया भर से आए 42 प्रतिनिधिमंडलों के साथ G -20 नई दिल्ली लीडर समिट अपने आकार, भव्यता और प्रभाव में अभूतपूर्व रही जिससे विश्व को भारत की विविधता, लोकतांत्रिक शक्ति और प्रतिभा को देखने का अवसर मिला.

भारत की G20 अध्यक्षता का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि यह कालखंड समावेशी, आकांक्षी, कार्य-उन्मुख, निर्णायक और जन केंद्रित रहा. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जी-20 शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय परिवर्तनकारी सिद्ध होंगे, जो आने वाले दशकों में वैश्विक व्यवस्था को नया रूप देने में सहायक होंगे.

लोकसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में भारत को वैश्विक सद्भावना प्राप्त हुई है. PM के निर्णायक नेतृत्व के बारे में बिरला ने कहा कि उनके विजन और मार्गदर्शन में G-20 लीडर समिट घोषणापत्र को सर्वसम्मति से अपनाया गया और संवेदनशील मुद्दों पर भी सबकी सहमति बनी. उन्होंने आगे कहा कि यह सर्वसम्मति विश्व में भारत के ऊंचे कद और बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रमाण है. यह सर्वसम्मति इस बात की भी स्वीकृति है कि कई प्रकार के विभाजनों से ग्रस्त विश्व में भारत शांति और संयम की आवाज है.

ओम बिरला ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत की अध्यक्षता ने ग्लोबल साउथ की आवाज को जी-20 की चर्चा के केंद्र में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल के कारण अफ्रीकी संघ को G20 के स्थायी सदस्य के रूप में स्वीकार करने के ऐतिहासिक निर्णय को बिरला ने देश के लिए गौरव का क्षण बताया.

ओम बिरला ने विश्व के शीर्ष नेतृत्व द्वारा राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को दी गई श्रद्धांजलि को एक अद्भुत दृश्य बताया. उन्होंने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े नेताओं का महात्मा गांधी द्वारा प्रतिपादित शांति और अहिंसा के सार्वभौमिक विचार और वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता को स्वीकार करना विश्व लिए बड़ी सफलता है.

इस अवसर पर बिरला ने यह भी बताया कि प्रधान मंत्री ने स्वयं अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में सुधार करने और उनमें समय के अनुसार बदलाव लाने का पुरजोर समर्थन किया जो विश्व में स्थिरता, वृद्धि और विकास सुनिश्चित करने के लिए वास्तविक बहुपक्षवाद के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा कि भारत की अध्यक्षता के कारण जी-20 का दृष्टिकोण अर्थ-केन्द्रित न रहकर अब व्यापक रूप से मानव केन्द्रित हो गया है.

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जी20 शिखर सम्मेलन के अन्य उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने बताया कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन का शुभारंभ विश्व के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इन पहलों से एक कनेक्टेड भविष्य की नींव रखी गई हैं, जिसमें आगे भी भारत की महत्वपूर्ण भूमिका बनी रहेगी.

लोकसभा अध्यक्ष ने सभी सदस्यों को बधाई देते हुए बताया कि अगले माह, संसद को जी-20 अध्यक्षता के क्रम में पार्लियामेंट पी-20 फोरम की मेजबानी करने का सम्मान मिलेगा. उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे लोकतंत्र की जननी भारत की भूमि पर पूरे विश्व का स्वागत करने और 'वसुधैव कुटुंबकम - एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के मिशन को आगे बढ़ाने में शामिल हों.

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