मॉनसून सत्र में लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, 22% ही हो सका कामकाज

मॉनसून सत्र के समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भेंट की. यह मुलाकात लोकसभा अध्यक्ष के कक्ष में हुई. सदन अनिश्चित काल तक स्थगित होने के बाद कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता अधिरंजन चैधरी भी पहुंचे स्पीकर  मिलने उनके कमरे में पहुंचे.

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लोकसभा की बैठक बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.
नई दिल्ली:

संसद के मॉनसून सत्र के लिए लोकसभा की बैठक बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. पेगासस जासूसी मामला, तीन केंद्रीय कृषि कानून को वापस लेने की मांग सहित अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों के शोर-शराबे के कारण पूरे सत्र में सदन में कामकाज बाधित रहा और सिर्फ 22 प्रतिशत कार्य निष्पादन हुआ. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सुबह कार्यवाही शुरू होने पर बताया कि 17वीं लोकसभा की छठी बैठक 19 जुलाई 2021 को शुरू हुई और इस दौरान 17 बैठकों में 21 घंटे 14 मिनट कामकाज हुआ.

मॉनसून सत्र के समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भेंट की. यह मुलाकात लोकसभा अध्यक्ष के कक्ष में हुई. सदन अनिश्चित काल तक स्थगित होने के बाद कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता अधिरंजन चैधरी भी पहुंचे स्पीकर  मिलने उनके कमरे में पहुंचे. इनके अलावा तृणमूल कांग्रेस, अकाली दल, वाईएसआरसीपी, बीजू जनता दल समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने भी बिरला से मुलाकात की.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि भविष्य में सदन में चर्चा और संवाद को प्रोत्साहित किया जाय. स्पीकर बिरला ने कहा कि चर्चा और संवाद सही होगा तभी जनता का कल्याण हो सकेगा.

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उन्होंने कहा, ‘‘सदन में कामकाज अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा.''बिरला ने बताया कि व्यवधान के कारण 96 घंटे में करीब 74 घंटे कामकाज नहीं हो सका. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘निरंतर व्यवधान के कारण महज 22 प्रतिशत कार्य निष्पादन रहा.'' उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संविधान (127वां संशोधन) संशोधन विधेयक सहित कुल 20 विधेयक पारित किये गए. चार नये सदस्यों ने शपथ ली.

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बिरला ने बताया कि मॉनसून सत्र के दौरान 66 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गए और सदस्यों ने नियम 377 के तहत 331 मामले उठाये. उन्होंने कहा कि इस दौरान विभिन्न स्थायी समितियों ने 60 प्रतिवेदन प्रस्तुत किये, 22 मंत्रियों ने वक्तव्य दिये और काफी संख्या में पत्र सभापटल पर रखे गए. उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान अनेक वित्तीय एवं विधायी कार्य निष्पादित किये गए.

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इससे पहले बिरला ने सदन को चार पूर्व सदस्यों के निधन की जानकारी दी और उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के वक्तव्य के बाद वंदे मातरम की धुन बजाई गयी और सदन की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. सदन में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित अनेक केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं अन्य सदस्य मौजूद थे.

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