लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के पांच चरण की वोटिंग हो चुकी है. कुल सात फेज में से बचे दो फेज, छठे और सातवें चरण के मतदान 25 मई और एक जून को होंगे. चुनाव के आखिरी चरणों को लेकर सभी पार्टियों का प्रचार तेज है. ऐसे में एनडीटीवी अपने खास कार्यक्रम 'NDTV इलेक्शन कार्निवल' (NDTV Election Carnival) के साथ कई राज्यों से होते हुए 9000 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर मंगलवार को हरियाणा के गुरुग्राम पहुंचा. यहां बीजेपी के राव इंद्रजीत सिंह की सीधी टक्कर कांग्रेस के राज बब्बर से हैं.
कार्यक्रम में शामिल बीजेपी के नेता सिद्धार्थ यादव ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में '400 पार' सिर्फ एक नारा नहीं है, बल्कि इस देश की हकीकत बनने जा रही है. क्योंकि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में एक ऐसा नेतृत्व आया, जिसने देश को सपना देखने के काबिल बनाया कि भारत के लोगों की काबिलियत की बदौलत 2047 तक देश विकसित बन सकता है. गुरुग्राम में पिछले 10 साल में तेजी से विकास हुए हैं. कई एक्सप्रेस-वे, बड़ी कंपनियों के ऑफिस, अच्छी बिजली यहां की पहचान बन गई है.
वहीं 'कार्निवल' में शामिल जेजेपी प्रवक्ता दीप कमल सहारण ने कहा कि बीजेपी का अब वो विश्वास चुनाव के नतीजों को लेकर नहीं रहा, जो पहले चरण के चुनाव से पहले था, क्योंकि अब कोई भी नेता '400 पार' का नारा नहीं लगाता. उन्होंने कहा कि हरियाणा में बीजेपी के अतिआत्मविश्वास का ही नतीजा है कि सरकार अल्पमत में है, लेकिन इस बार जनता उन्हें सबक सिखा देगी और उसे आधी सीटें भी नहीं आएंगी.
वहीं वरिष्ठ पत्रकार अनिल यादव ने कहा कि गुरुग्राम के स्थानीय मुद्दे यहां के प्रभावी मुद्दे हैं. चाहे वो कूड़ा हो, ट्रैफिक जाम हो या अतिक्रमण हो, चाहे बिजली या पानी की समस्या हो. ये इस शहर की प्रमुख समस्याएं हैं. ये लोकसभा चुनाव के मुद्दे नहीं हैं, लेकिन ये हर चुनाव को प्रभावित करते हैं.
'NDTV इलेक्शन कार्निवल' कई लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगा
'NDTV इलेक्शन कार्निवल' देश के विभिन्न प्रदेशों के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से होते हुए अब तक 8000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर चुका है. एनडीटीवी नेटवर्क ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नागरिकों से जुड़ने और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ये पहल की है. एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल एक ट्रैवलिंग स्टूडियो है, जो नई दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों के विभिन्न शहरों से होकर गुजर रहा है.