भारत दुनिया के बड़े लोकतांत्रिक देशों में शामिल है. हर चुनाव में ऐसी कुछ अजीबोगरीब चीजें होती हैं, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाती हैं. 2008 के मेघालय चुनाव में ऐसी ही एक घटना हुई थी. तब कैनेडी और हिटलर अखबार की सुर्खियां बने थे. भारत के निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर 'चुनावी किस्से' के तहत ये वाकया शेयर किया है.
साल 2008 में मेघालय में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान अखबारों में चौंकाने वाली खबर छपी थी. 'जॉन एफ. कैनेडी ने किया एडॉल्फ हिटलर को गिरफ्तार', जिसके बाद दोनों नामों के ऐतिहासिक महत्व के चलते देशभर में इस खबर को लेकर लोगों के बीच रुचि पैदा हुई.
हुआ यूं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के तत्कालीन उम्मीदवार एडॉल्फ लू हिटलर मराक को विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस अधीक्षक जॉन एफ. कैनेडी ने गिरफ्तार कर लिया था. अगले दिन अखबारों ने 'जॉन एफ. कैनेडी ने किया एडॉल्फ लू हिटलर को गिरफ्तार' हेडलाइन लगाकर खबरें प्रकाशित कीं, जो शहर में चर्चा का विषय बन गईं. बाद में जब चुनाव परिणाम घोषित हुए, तो हिटलर को जीत मिली.
निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में यह किस्सा शेयर किया है. पिछले साल एडॉल्फ लू हिटलर मराक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
बता दें कि जॉन एफ. कैनेडी अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति थे. वो 1961 से लेकर नवंबर 1963 में उनकी हत्या किए जाने तक इस पद पर रहे थे. वहीं, एडॉल्फ हिटलर जर्मनी के तानाशाह थे, जिन्होंने अप्रैल 1945 में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी.
ये भी पढ़ें:-
सियासी किस्सा : UP का ऐसा मुख्यमंत्री, जिसका पता ढूंढने में पुलिस को लग गए थे 2 घंटे
सियासी किस्सा : UP का ऐसा CM, जो शपथ लेने रिक्शा से गया राजभवन, इस्तीफा देकर भी रिक्शा से लौटा