भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी ने बुधवार को सुलतानपुर लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया. मेनका रोड शो करती हुईं कलेक्ट्रेट पहुंचीं और जिला निर्वाचन अधिकारी कृतिका ज्योत्सना के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन के दौरान मेनका के बेटे वरुण गांधी मौजूद नहीं थे. इस अवसर पर राजग की सहयोगी निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद और अपना दल के नेता व कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल समेत प्रमुख लोग मौजूद थे.
नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मेनका ने कहा कि पिछले पांच साल में जितना विकास हुआ है, उससे ज्यादा काम अगले पांच साल में होगा.
उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को घर मुहैया कराना चाहती हैं. विपक्षी दलों के इस आरोप पर कि भाजपा सत्ता में आई तो संविधान में बदलाव कर आरक्षण खत्म कर देगी, मेनका ने कहा कि आरक्षण को कोई खत्म नहीं कर सकता.
आम चुनाव में अपनी जीत के अंतर के बारे में कुछ भी कहने से इनकार करते हुए मेनका ने कहा, ‘‘हम सभी अपना सर्वश्रेष्ठ देने जा रहे हैं. मुझे जीत के अंतर के बारे में नहीं पता.''
गांधी परिवार की परंपरागत सीट रायबरेली से अपने बेटे वरुण गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलों पर उन्होंने कहा कि इस पर उन्हें कोई टिप्पणी नहीं करनी है.
नामांकन दाखिल करने के बाद मेनका गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सुलतानपुर उनका घर है और वह इसे ‘सुंदर' बनाने के लिए हर संभव प्रयास करती हैं.'' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि सुलतानपुर में विकास कार्यों के लिए जब भी वह उनके पास गईं, उन्हें खाली हाथ नहीं लौटाया गया.
मेनका सुलतानपुर से दूसरी बार चुनाव लड़ रही हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस समर्थित सपा उम्मीदवार राम भुवाल निषाद और बसपा के उदयराज वर्मा से होगा. सुलतानपुर में छठे चरण के तहत 25 मई को मतदान होगा.
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