पहले दो चरण के मतदान में औसत से काफी कम मतदान हुए हैं. इसके लिए Heat Wave को एक अहम फैक्टर माना जा रहा है. अब भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिन तक पूर्वी और Pensinsular India में Heat Wave चलने का पूर्वानुमान जारी किया है. ज़ाहिर है, तेज़ गर्मी का सीधा असर 07 मई को होने वाले तीसरे चरण के चुनाव पर ज़्यादा पड़ने की आशंका है. IMD ने राजनीतिक दलों से गुज़ारिश की है कि वो आम समर्थकों और कार्यकर्ताओं को गर्मी से बचाने के लिए जनसभाओं और रोड शो के दौरान विशेष तैयारी करें.
पश्चिम बंगाल और बिहार में सबसे अधिक खतरा
सबसे ज्यादा खतरा पश्चिम बंगाल और बिहार में है जहां अगले 3 से 4 दिन के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. कर्नाटक के आंतरिक इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जहां की 14 सीटों पर 07 मई को चुनाव होने हैं. गोवा में भी हीट वेव का अलर्ट है.
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक देश में 25 ज़िले ऐसे हैं जहां 1921-2024 के बीच राष्ट्रीय डाटा सेंटर में मौजूद अधिकतम तापमान के आंकड़ों के अनुसार 28 अप्रैल को शाम 5.30 बजे अत्यधिक अधिकतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है. अब चिंता मतदान के साथ-साथ तेज़ गर्मी के दौरान चुनाव अभियान पर Heat Wave के असर को लेकर उठ रहे हैं.
इस साल हीटवेव का अधिक असर
सोमा सेनरॉय,वरिष्ठ वैज्ञानिक, मौसम विभाग ने NDTV से कहा , "इस सीजन में हीट वेव दूसरे सालों के मुकाबले ज्यादा रिकॉर्ड किया जा रहा है. पूर्वी भारत और पेनिन्सुलर इंडिया में हीट वेव का खतरा है. हम आम लोगों से गुज़ारिश करते हैं कि हीट वेव से बचने के लिए घरों से कम से कम निकलें. अगर बहुत जरूरी हो तो छतरी लेकर निकले, ढीले कपड़े पहने और पानी ज्यादा से ज्यादा पीये और लिक्विड का ज्यादा स्टॉक रखें. राजनीतिक दलों से गुजारिश है कि वह जनसभाओं के दौरान आम लोगों के लिए पानी का ज्यादा से ज्यादा स्टॉक रखें. बच्चों और बुजुर्गों को हीट वेव से प्रभावित इलाकों में घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए. पानी पीते रहें!" ज़ाहिर है, राजनीतिक दलों और चुनाव अभियान से जुड़े राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पोलिटिकल रैली और रोडशो में जमा आम लोगों को भी सतर्क रहना होगा.
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