पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

गुलाम नबी आजाद ने 2022 में कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी. गुलाम नबी आजाद लंबे वक्त से कांग्रेस से नाराज थे. वे कांग्रेस के नाराज नेताओं के जी-23 गुट में भी शामिल थे. जी-23 गुट कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करता रहा है.

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कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद के लिए यह पहला लोकसभा चुनाव होगा.
श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पूर्व सीएम और पूर्व कांग्रेस (Congress) नेता गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) इस बार का लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) लड़ेंगे. उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (Democratic Progressive Azad Party) ने मंगलवार का कहा कि गुलाम नबी आजाद अनंतनाग-राजौरी सीट (Anantnag-Rajouri seat)से चुनावी मैदान में उतरेंगे. 2019 के चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference)के हसनैन मसूदी ने इस सीट से जीत दर्ज की थी. लेकिन पार्टी ने इस बार मेन अल्ताफ को यहां से उम्मीदवार बनाया है.

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के नेता ताज मोहिउद्दीन ने श्रीनगर में मीडिया से कहा कि आज कोर कमेटी की बैठक हुई. हमने फैसला किया है कि (पार्टी अध्यक्ष) गुलाम नबी आजाद अनंतनाग-राजौरी सीट से चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि 2014 में उधमपुर लोकसभा सीट से BJP नेता जितेंद्र सिंह से हारने के बाद गुलाम नबी आजाद के लिए यह पहला लोकसभा चुनाव होगा. 

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जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट एक प्रतिष्ठा वाली सीट है. यहां इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है. इस सीट से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) चीफ और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के भी चुनाव लड़ने की संभावना है. हालांकि, PDP ने अभी तक इसका कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है.

महबूबा मुफ्ती अनंतनाग सीट से दो बार की सांसद रह चुकी हैं. अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि BJP इस सीट से किसे उम्मीदवार बनाएगी या किसे अनौचारिक समर्थन की पेशकश करेगी. इस सीट को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस और PDP के बीच विवाद है. दोनों पार्टियां कांग्रेस के नेतृत्व वाले INDIA अलायंस का हिस्सा हैं. हालांकि, कोई भी एक-दूसरे को ये सीट देने को तैयार नहीं है.

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गुलाम नबी आजाद ने 2022 में कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी. गुलाम नबी आजाद लंबे वक्त से कांग्रेस से नाराज थे. वे कांग्रेस के नाराज नेताओं के जी-23 गुट में भी शामिल थे. जी-23 गुट कांग्रेस में लगातार कई बदलाव की मांग करता रहा है. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. फिलहाल वो सपा से राज्यसभा सांसद हैं.  

अनंतनाग-राजौरी का समीकरण
अनंतनाग-राजौरी में दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, शोपियां और कुलगाम जिले और जम्मू क्षेत्र में राजौरी, पुंछ के सीमावर्ती जिलों के अधिकांश हिस्से शामिल हैं. वर्तमान में नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और पूर्व न्यायाधीश हसनैन मसूदी यहां से सांसद है. इन्होंने PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को इस सीट से हराया था. हालांकि, इस चुनाव को लेकर राजनीतिक जानकारों का दावा है कि डोडा, किश्तवाड़, बदेरवाह और पुंछ जैसे पीर पंजाल के दक्षिण इलाकों में वोट बैंक रखने वाले गुलाब नबी आजाद विपक्षी पार्टी के उम्मीदवारों के वोट को विभाजित करने में सक्षम होंगे.

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जम्मू-कश्मीर में कब चुनाव?
जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव पहले पांच चरणों में होंगे. 19 अप्रैल को उधमपुर में वोटिंग होगी. 26 अप्रैल को जम्मू में वोट डाले जाएंगे. 7 मई को अनंतनाग-राजौरी सीट पर मतदान है. 13 मई श्रीनगर में वोटिंग कराई जाएगी. जबकि 20 मई को बारामूला के मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.    
 

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