"आपसे छीनकर मुस्लिमों को आरक्षण देने का इरादा" : PM मोदी ने साधा निशाना; लालू बोले - वो मुझसे बड़े OBC नहीं

लालू यादव ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये हमसे बड़े और असली ओबीसी नहीं हैं ना? हमसे ज्यादा गरीबों, पिछड़ों और दलितों की इनको समझ नहीं है. ये लोग बस एक-दूसरे को लड़ाते हैं.

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नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज मध्य प्रदेश के धार में एक रैली को संबोधित करते हुए आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (RJD President Lalu Prasad Yadav) पर 'मुसलमानों को आरक्षण' वाले बयान को लेकर जमकर निशाना साधा. उन्होंने लालू यादव को "जानवरों के लिए चारा खाने वाले" नेता कहकर संबोधित किया. पीएम ने कहा कि इंडिया गठबंधन के एक सहयोगी दल के प्रमुख ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी समुदाय के लोगों को छोड़कर मुसलमानों को "पूर्ण आरक्षण" देने की बात कही है. हालांकि लालू प्रसाद यादव ने कुछ ही घंटों बाद 'मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए' वाले अपने बयान पर सफाई दी और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मुझसे बड़े ओबीसी नहीं हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "कांग्रेस चुप है लेकिन आज उनके एक सहयोगी दल ने INDI गठबंधन के इरादों की पुष्टि कर दी. उनके नेता जो चारा घोटाले के मामले में जेल में हैं और कोर्ट से सजा पा चुके हैं. अभी जमानत पर बाहर आए हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए, सिर्फ आरक्षण नहीं, उनका कहना है कि मुसलमानों को पूर्ण आरक्षण मिलना चाहिए. इसका अर्थ क्या है? ये लोग एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय को मिला सारा आरक्षण छीनकर मुसलमानों को पूरा आरक्षण देना चाहते हैं.''

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विवाद बढ़ता देख लालू यादव ने कहा, "आरक्षण का आधार धर्म नहीं, बल्कि सामाजिक पिछड़ापन होता है. प्रधानमंत्री को इतनी सी भी समझ नहीं है. मंडल कमीशन हमने लागू करवाया है. क्या नरेंद्र मोदी ने कभी मंडल कमीशन और उसकी सिफ़ारिशें पढ़ी है? मंडल कमीशन में 3,500 से अधिक पिछड़ी जातियों को आरक्षण मिलता है, जिसमें अन्य धर्मों की भी सैंकड़ों जातियों को आरक्षण मिलता है."

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लालू यादव ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए आगे लिखा कि ये हमसे बड़े और असली ओबीसी नहीं हैं ना? हमसे ज्यादा गरीबों, पिछड़ों और दलितों की इनको समझ नहीं है. ये लोग बस एक-दूसरे को लड़ाते हैं. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के संविधान और जननायक कर्पूरी ठाकुर द्वारा दिए गए आरक्षण को खत्म करने की संघियों और भाजपाइयों की पुरानी ख्वाहिश और साजिश रही है. सन 2000 में एनडीए की भाजपाई सरकार ने तो बाकायदा “संविधान समीक्षा आयोग” ही गठित कर दिया था.

आरजेडी सुप्रीमो ने कहा कि ये लोग संविधान को मानते ही नहीं, अगर संविधान को मानते तो नफरत फैलाने वाली विभाजनकारी भाषा का प्रयोग नहीं करते. इसके साथ उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया.

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इससे पहले लालू यादव ने मुसलमानों को पूरा आरक्षण देने की वकालत की थी. पटना में पत्रकारों के सवाल पर लालू यादव ने कहा था कि जनता समझ गई है भाजपा को, मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए. लालू यादव के इस बयान के बाद भाजपा के नेता राजद सहित इंडिया गठबंधन पर हमलावर हो गए.

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘‘लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मुसलमानों को पूर्ण आरक्षण दिया जाना चाहिए. उनके द्वारा अपने वक्तव्य में प्रयुक्त यह शब्द ‘पूरा का पूरा' बहुत गंभीर है. इससे ये स्पष्ट हो जाता है कि वे (इंडिया गठबंधन) एससी, एसटी और ओबीसी के हिस्से से मुसलमानों को आरक्षण प्रदान करना चाहते हैं.''

उन्होंने दावा किया कि अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के हिस्से से मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान में बदलाव की योजना के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा द्वारा जताया जा रहा संदेह प्रसाद के बयान से सही साबित होता है.

त्रिवेदी ने कहा, ‘‘इससे एक बात और स्पष्ट हो जाती है कि राजद के लिए मुसलमान पहले और यादव बाद में हैं.''

धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता- BJP
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि संविधान में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता. वे मुसलमानों को आरक्षण प्रदान करने के लिए संविधान के मौलिक ढांचे को बदलना चाहते हैं. कांग्रेस के राहुल गांधी सहित इंडिया गठबंधन के कई अन्य नेता सत्ता में आने पर मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कर रहे हैं.

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