महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई. सिद्दीकी के बेटे के ऑफिस के करीब ही इस घटना को अंजाम दिया गया. जानकारी के मुताबिक 2 सिंतबर से तीनों आरोपी कुर्ला में किराए के घर में रह रहे थे, जिसका किराया 14 हजार रुपये और हत्या को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने ढाई से तीन लाख रुपये लिए थे.
क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक दोनों पकड़े गए आरोपियों ने दावा किया है कि वो लॉरेंस बिश्नोई गैंग से हैं. सूत्रों के मुताबिक आरोपी पिछले 25-30 दिनों से उनके इलाके की रेकी कर रहे थे. तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट शूटिंग स्पॉट पर आए थे. जानकारी के मुताबिक बाबा सिद्दीकी के वहां पहुंचने से कुछ देर पहले ही तीनों आरोपी घटनास्थल पर पहुंच गए थे और उनके आने का इंतजार कर रहे थे. गिरफ्तार दोनों आरोपियों के नाम करनैल सिंह और धर्मराज कश्यप है जो हरियाणा और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. मुंबई के लीलावती अस्पताल में मृत घोषित करने के बाद बाबा सिद्दीकी का शव मुंबई के कूपर अस्पताल ले जाया गया. कूपर अस्पताल में बाबा सिद्दीकी का पोस्टमार्टम किया गया.
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राजकीय सम्मान के साथ होगा बाबा सिद्दीकी का अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि 2004 से 2008 के बीच वह विभिन्न विभागों के राज्य मंत्री और म्हाडा (Maharashtra Housing and Area Development Authority) के अध्यक्ष भी रहे थे.
जो सलमान खान का दोस्त वो बिश्नोई गैंग का दुश्मन!
बिश्नोई गैंग ना सिर्फ सलमान खान को बल्कि भाई से करीबी रखने वालों का भी अपना दुश्मन मानती है. इसलिए ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि सलमान खान का करीबी होने के कारण बाबा सिद्दीकी को लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने अपना निशाना बनाया.
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने साजिश पहले ही तैयार कर ली थी और तीसरे आरोपी की तलाश जारी है. इस मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है, और सभी संभावित एंगल से मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस की पहली स्टेटमेंट आई सामने
मुंबई पुलिस ने बताया 12 अक्टूबर को रात 9:15 बजे, जब बाबा सिद्दीकी अपने बांद्रा (पश्चिम) स्थित कार्यालय से अपने आवास की ओर जा रहे थे, तीन हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दीं. बाबा सिद्दीकी को तुरंत इलाज के लिए बांद्रा (पश्चिम) स्थित लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. स हमले के बाद निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में अपराध पंजीकरण संख्या 589/2024 के तहत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 103(1), 109, 125 और 3(5) के साथ-साथ शस्त्र अधिनियम और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पंजाब की जेल में बंद थे तीन आरोपी, जहां बिश्नोई गैंग में हुए थे शामिल : सूत्र
2 सितंबर से तीन आरोपी (एक फरार) कुर्ला में किराए के घर में रह रहे थे, जिस घर में वो रह रहे थे उसका कियारा 14 हजार रुपये प्रतिमाह था. उन्हें इस हत्या के लिए ढाई से तीन लाख रुपये की सुपारी मिली थी. जानकारी के मुताबिक 4 लोगों ने हत्या की सुपारी ली थी और सभी आपस में 50-50 हजार रुपये बांटने वाले थे. इन चारों आरोपियों में तीन साथ में पंजाब की जेल में कैद थे और उस वक्त जेल में बंद एक बिश्नोई गैंग के सदस्य के माध्यम से ये तीनों भी बिश्नोई गैंग में शामिल हुए थे.
बाबा सिद्दीकी को नहीं मिली थी कोई धमकी : पुलिस सूत्र
मुंबई पुलिस के सूत्रो के अनुसार बाबा सिद्दीक़ी को पिछले कुछ समय में कोई भी धमकी नहीं आई थी और उनपर कोई भी थ्रेट नहीं था ,मुंबई पुलिस को ऐसी कोई भी शिकायत बाबा सिद्दीकी की ओर से नहीं मिली थी.
पोस्टमार्टम के बाद उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए जाएगा पार्थिव शरीर
कूपर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को मकोबा हाइट्स, पाली हिल बांद्रा में उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. इसी बीच बाबा सिद्दीकी के घर के बाहर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है.
एक दिन पहले शूटरों को मुहैया कराए गए थे हथियार
घटना से एक दिन पहले शूटरों को हथियार मुहैया कराए गए थे. घटना से पहले वे मुंबई के कुर्ला इलाके में रुके थे.
तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिए बनाई गईं 4 टीमें : सूत्र
क्राइम ब्रांच के सूत्रो के अनुसार मामले में तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिए 4 स्पेशल टीमों बनाई गई हैं जिन्हें मुंबई के बाहर भेजा गया है.
15 दिन पहले मिली थी जान से मारने की धमकी : सूत्र
पुलिस सूत्र लॉरेंस बिश्नोई वाले एंगल की जांच कर रहे हैं और साथ ही स्लम पुनर्वास परियोजना कार्य पर संभावित विवाद की भी जांच कर रहे हैं. पुलिस का मानना है कि यह कॉन्ट्रेक्ट किलिंग का मामला है. 3 हमलावरों ने उनपर 9.9 एमएम की पिस्टल से 3 बार गोली चलाई थी. हालांकि, सिद्दीकी के एक करीबी सूत्र के मुताबिक उन्हें 15 दिन पहले ही जान से मारने की धमकी दी गई थी. इसके बाद उन्हें Y कैटेगरी की सिक्योरिटी दी गई थी लेकिन मुंबई पुलिस ने कहा कि उन्हें कोई धमकी भरा पत्र नहीं मिला है.
लीलावती अस्पताल के डॉक्टर ने कही ये बात
लीलावती अस्पताल के डॉक्टर नीरज ने बताया, "उन्हें एनएचआरसी के इमरजेंसी मेडिकल सर्विस में 12 अक्टूबर की रात को 9.30 बजे लाया गया था और उस वक्त वह रिस्पॉन्स नहीं कर रहे थे और उनकी पल्स भी नहीं चल रही थी न ही उनका दिल धड़क रहा था और उनके सीने पर गोली लगी थी. उनका बहुत अधिक खून बह चुका था. उन्हें आईएसयू में शिफ्ट किया गया, जहां उनके रिवाइवल की कोशिश की गई. हालांकि, बहुत कोशिशों के बाद भी उन्हें रिवाइव नहीं किया जा सका और रात को 11.27 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया."
पोस्टमार्टम के लिए शव को कूपर अस्पताल ले जाया गया
बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात को निर्मल नगर में गोली मारी गई थी, जिसके बाद लीलावती अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसके बाद अब उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए लीलावती अस्तपाल से कूपर अस्पताल ले जाया गया है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी पहुंचे
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी लीलावती अस्पताल में बाबा सिद्दीकी से मिलने के लिए पहुंचे थे.
कई बॉलीवुड सेलेब्स पहुंचे लीलावती अस्पताल
बाबा सिद्दीकी पर हुए हमले के बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसी बीच सलमान खान, शिल्पा शेट्टी समेत कई बॉलीवुड सेलेब्स उनसे मिलने के लिए लीलावती अस्पताल पहुंचे थे.