प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर को 'लाइफ मिशन' परियोजना में विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम के कथित उल्लंघन के मामले में हिरासत में ले लिया है. अधिकारियों ने बताया कि शिवशंकर से केंद्रीय जांच एजेंसी यहां पिछले तीन दिन से पूछताछ कर रही हैं और उन्हें मंगलवार रात को हिरासत में लिया गया. सूत्रों ने बताया कि उनकी हिरासत को जल्द की दर्ज किया जाएगा और पूर्व नौकरशाह को चिकित्सकीय जांच के बाद बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा.
शिवशंकर 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो गए थे. उन्हें इससे पहले यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) वाणिज्य दूतावास में राजनयिक सामान से जुड़े सोने की तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. 'लाइफ मिशन परियोजना' का उद्देश्य केरल के त्रिशूर जिले के वडक्कनचेरी में गरीबों के लिए आवास उपलब्ध कराना है.
सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने वडक्कनचेरी से तत्कालीन विधायक एवं कांग्रेस नेता अनिल अक्कारा की शिकायत पर 2020 में कोच्चि की एक अदालत में भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी और विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए), 2010 की धारा 35 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें कोच्चि स्थित ‘यूनिटेक बिल्डर' के प्रबंध निदेशक संतोष एप्पन को पहले आरोपी और ‘साने वेंचर्स' को दूसरे आरोपी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था.
इन दोनों कंपनियों ने अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी संगठन ‘रेड क्रीसेंट' के साथ किए समझौते के आधार पर निर्माण किया था. ‘रेड क्रीसेंट' ने ‘लाइफ मिशन' परियोजना के लिए 20 करोड़ रुपये प्रदान करने सहमति जताई थी. अक्कारा और कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि ‘रेड क्रीसेंट' द्वारा ठेकेदार के चयन में भ्रष्टाचार हुआ.