दिल्ली पुलिस ने काला जादू और झाड़ फूंक कर एक महिला को ठीक करने के बहाने उसके साथ रेप करने वाले एक बाबा को गिरफ्तार किया है. आरोपी पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने एक लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था. स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक 20 मार्च को को स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि एक अपराधी सूरज उर्फ भगत गाजियाबाद में छिपा है,इस सूचना पर पुलिस टीम ग्राम अर्थला, मोहन नगर, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) पहुंची और आरोपी सूरज उर्फ भगत को उसके किराए के फ्लैट से पकड़ लिया.
चेन स्नैचिंग और डकैती
पुलिस ने बताया कि 2011 में आरोपी सूरज उर्फ भगत एक स्थानीय अपराधी गौरव के संपर्क में आया. सूरज उसके साथ बाहरी उत्तरी दिल्ली स्नैचिंग और डकैती करने लगा. समयपुर बादली में अपने साथी के साथ एक महिला की सोने की चेन छीन ली. उसी दिन उसे सोने की चेन के साथ गिरफ्तार किया गया. वह करीब 2 महीने तक जेल में रहा.
इसके बाद 2-3 जून 2012 को उसने अपने साथियों के साथ दिल्ली के मंगोलपुरी, समयपुर बादली और मौर्य एन्क्लेव के थाना क्षेत्र में डकैती, हत्या और हत्या के प्रयास की घटनाओं को सिलसिलेवार तरीके से अंजाम दिया. उसने मंगोलपुरी के फर्नीचर मार्केट में बंदूक की नोंक पर एक टाटा 407 के ड्राइवर, कंडक्टर और हेल्पर को कुचल दिया और उनका कीमती सामान लूट लिया. उसी रात समयपुर बादली में एक और टाटा 407 लूट लिया और एक फैक्टरी में ड्यूटी कर रहे गार्ड की गला घोंटकर हत्या कर भाग गया.
तीन मामले दर्ज
भागते समय उसने पीतमपुरा में ट्रक चालक का कीमती सामान चाकू मारकर लूट लिया.फिर पीतम पुरा स्थित कोहाट एंक्लेव रेड लाइट पर दो पुलिसकर्मियों पर हमला किया. उस दिन उनके खिलाफ पुलिस थाना मंगोलपुरी, समयपुर बादली और मौर्य एन्क्लेव, दिल्ली में तीन मामले दर्ज किए गए थे.इनमें से एक मामले में आरोपी सूरज को 10 साल के सजा सुनाई गई थी, COVID महामारी के दौरान उसे जून 2020 में पैरोल पर रिहा किया गया था, लेकिन फिर वापस वो जेल नहीं लौटा.
YouTube से काला जादू सीखा
पैरोल के दौरान उसने YouTube से काला जादू सीखा और काले जादू के जरिए बीमारियों के इलाज का दावा करके लोगों को धोखा देना शुरू कर दिया. अगस्त 2021 के महीने में उसने काला जादू के जरिये सीमापुरी दिल्ली में मिर्गी से पीड़ित एक महिला का इलाज के बहाने बलात्कार किया और उसे मामले की रिपोर्ट न करने की धमकी दी. बाद में पीड़िता ने मामले की सूचना दी. इस घटना के बाद आरोपी ने दिल्ली में अपना ठिकाना बदल लिया और अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अलग-अलग जगहों पर रहने लगा.