संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में गिरफ्तार आरोपी महेश कुमावत को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. दिल्ली पुलिस ने मास्टरमाइंड ललित झा के साथी महेश कुमावत को गिरफ्तार किया था. इस मामले में यह छठी गिरफ्तारी है. पुलिस फिलहाल महेश कुमावत से इस मामले को लेकर पूछताछ कर रही है. महेश पर आरोप है कि उसने इस साजिश में ललित की मदद की. बता दें कि इस मामले में पुलिस को ललित झा का साथ देने वाले महेश कुमावत की तलाश थी. पुलिस की कई टीमें महेश को गिरफ्तार करने के लिए संभावित जगहों पर छापेमारी कर रही थीं.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि महेश कुमावत गुरुवार रात को ललित झा के साथ पुलिस स्टेशन आया था और दोनों को विशेष शाखा को सौंप दिया गया था. तभी से उनसे पूछताछ की जा रही थी.
वह आरोपी द्वारा बनाए गए भगत सिंह फैन क्लब पेज का सदस्य था, जिसे अब डिलीट कर दिया गया है. पुलिस ने बताया कि कुमावत को सबूत मिटाने और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने महेश कुमावत के इंस्टाग्राम एकाउंट को डिकोड कर लिया है. महेश के इंस्टाग्राम एकाउंट से कई बड़े खुलासे भी हुए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस को पता चला है कि इस एकाउंट से क्रांति के नाम पर युवाओं को भड़काने और उनका ब्रेन वॉश करने की साजिश की जा रही थी.
ये आरोपी क्रांतिकारियों की तस्वीरों का इस्तेमाल कर सरकार विरोधी वीडियो बनाते थे और इन्हीं से युवाओं का ब्रेन वॉश भी करने की कोशिश करते थे. पुलिस फिलहाल इस एकाउंट से मिली जानकारी को भी पूछताछ के दौरान आरोपियों के सामने रख रही है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार ललित झा ने पूछताछ के दौरान बताया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के पीछे उसका मकसद अराजकता फैलाने का था. पटियाला हाउस कोर्ट में ललित झा की पेशी के दौरान दिल्ली पुलिस ने दावा किया आरोपी ललित झा ने माना है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने से पहले वह अन्य आरोपियों के साथ कई बार मिल चुका था. अन्य आरोपियों के साथ की गई बैठक में उसने ये पूरा प्लान तैयार किया. सूत्रों के मुताबिक, घटना के बाद ललित झा राजस्थान के नागौर भाग गया. जांच में पता चला है कि कैलाश और महेश कुमावत, जो चचेरे भाई हैं, ने वहां उसके रहने की व्यवस्था की.