लखीमपुर में किसानों-प्रशासन के बीच ऐसे हुआ समझौता, 1 महीने में ये ना हुआ तो फिर उतरेंगे सड़कों पर

लखीमपुर मामले को लेकर सोमवार को पूरे दिन राजनीति गरमाई रही. यूपी सरकार ने धारा 144 लगाकर नेताओं को लखीमपुर जाने से रोक दिया. मुख्य विपक्षी पार्टियों के कई बड़े नेता हिरासत में ले लिए गए. चाहें वो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी हों, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव हों या फिर बीएसपी के सतीश मिश्रा.

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लखीमपुर खीरी में किसानों और प्रशासन के बीच ऐसे हुआ समझौता
नई दिल्ली:

लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri violence case) में किसानों और प्रशासन के बीच समझौते के बाद सड़क पर रखे किसानों के शव हटाकर आंदोलन खत्म कर दिया गया. सरकार ने हर मरने वाले किसान के परिवार को 45 लाख रुपए और घायलों को 10 लाख की मदद करने और मामले की न्यायिक जांच का वादा किया. किसानों ने चेतावनी दी है कि एक महीने के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे दोबारा सड़कों पर उतरेंगे. हिंसा उस समय भड़की जब विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक ग्रुप में टिकोनिया में केंद्रीय मंत्री  अजय कुमार मिश्रा और यूपी के उप मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को रोकने की कोशिश की. प्रदर्शनकारी किसान, केंद्रीय मंत्री मिश्रा के हाल के एक भाषण से बेहद नाराज थे.किसानों का दावा है कि मंत्री के काफिले की एक कार के प्रदर्शनकारियों पर चढ़ने के बाद हिंसा भड़की. घटनास्‍थल से सामने आआए वीडियो में आगजनी और कई वाहनों को आग लगाते हुए देखा जा सकता है. हिंसा की इस घटना में चार किसानों सहित आठ लोगों को जान गंवानी पड़ी है. 

  1. लखीमपुर मामले को लेकर कल पूरे दिन राजनीति गरमाई रही. यूपी सरकार ने धारा 144 लगाकर नेताओं को लखीमपुर जाने से रोक दिया. मुख्य विपक्षी पार्टियों के कई बड़े नेता हिरासत में ले लिए गए. चाहें वो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी हों, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव हों या फिर बीएसपी के सतीश मिश्रा.
  2. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को धारा 144 लगाकर लखीमपुर जाने से रोक दिया गया. सीतापुर के जिस गेस्ट हाउस में उन्हें हिरासत में रखा गया है उसके बाहर सोमवार शाम को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च निकालकर प्रियंका को हिरासत में रखे जाने का विरोध किया.
  3. लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के विरोध में देश के कई राज्यों में प्रदर्शन देखने को मिला. राजनीतिक पार्टियों को भी वहां जाने से रोका गया. इस दौरान प्रयंका गांधी को हिरासत में लिए जाने के विरोध में जयपुर में कांग्रेस ने कैंडल मार्च निकाला और प्रदर्शन किया.
  4. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने के विरोध में पुद्दुचेरी में महिला कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. लखीमपुर-खीरी में किसानों की हुई मौत को लेकर प्रियंका गांधी को यूपी सरकार ने धारा 144 लगाकर लखीमपुर जाने से रोक दिया जिसके विरोध में अब कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर उन्हें रिहा करने की मांग कर रहे हैं. 
  5. लखीमपुर खीरी कांड पीड़ितों से मिलने जा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिरासत में लिये जाने के विरोध में गौतमबुद्ध नगर के जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने जा रहे सपा के अनेक नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.अ
  6. लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद सोमवार को राजनीतिक पार्टियों के लोगों को वहां जाने से रोका गया. पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को भी उत्तर प्रदेश पुलिस ने सहारनपुर के सरसवा में डिटेंन किया.दो घंटे उन्हें पुलिस स्टेशन में रोका गया. सुखजिंदर सिंह रंधावा कॉग्रेस के बाकी नेताओं के साथ किसानों के परिवारों से मिलने लखीमपुर खीरी जा रहे थे.
  7. हरियाणा के करनाल में कल किसानों ने मुख्यमंत्री एमएल खट्टर के घर का घेराव किया. किसान अपने नेता गुरनाम सिंह को रिहा किए जाने की मांग कर रहे थे. लखीमपुर खीरी जाने के दौरान गुरनाम सिंह को मेरठ में गिरफ़्तार किया गया था. प्रदर्शन को देखते हुए सीएम आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था.
  8.  लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचलने के खिलाफ दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और कैंडिल मार्च कर विरोध जताया. कई राज्यों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी विरोध का बिगुल बजाया. भोपाल और बेंगलुरु में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया.
  9.  लखीमपुर-खीरी में हुई किसानों की मौत के विरोध में लेफ्ट पार्टियों ने भी जमकर प्रदर्शन किया. रांची में लेफ्ट कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पुतले जलाकर लखीमपुर-खीरी की घटना पर अपना विरोध जताया.
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