लखीमपुर खीरीकांड के गवाह दिलबाग सिंह की कार पर हमला किया गया है. दिलबाग सिंह भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हैं. उनकी कार पर फायरिंग हुई, जिसमें वह बाल-बाल बचे. अलीगंज से घर जाते वक्त ये हमला किया गया. यह गोला कोतवाली के अलीगंज की घटना है.दिलबाग के गनर को सस्पेंड कर दिया गया है. वो घटना के वक्त दिलबाग के साथ नहीं था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही गवाह दिलबाग सिंह को सुरक्षा के लिए गनर दिया गया था.
दिलबाग ने कहा कि रात में 9.30 बजे के करीब हम जा रहे थे. पीछे से बाइक सवार दो लोग आए. पहला फायर कार के टायर पर किया. उसके बाद कार रोक ली मैंने. उन्होंने खिड़की खोलने का प्रयास किया. मैंने शीशा नीचे नहीं किया. मैंने सीट फोल्ड कर ली और वो दोनों फायर करके चले गए. सिक्योरिटी वाले का बच्चा बीमार था इसलिए वो नहीं था मेरे साथ. लेकिन वह भी बाद में वापस आ गया था. रात में एसपी और डीएम से बात हुई.
इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी मीडिया के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि पहले मंत्री टेनी के बेटे ने किसानों को अपनी थार से कुचल कर मार डाला, अब उसी तिकुनिया थार कांड में मुख्य गवाह दिलबाग सिंह पर जानलेवा हमला ,टेनी के मंत्री रहते मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपी मंत्री पुत्र को सजा और पीड़ित को न्याय संभव नहीं, मंत्री टेनी को बर्खास्त करे सरकार!