मौजूदा राजनीतिक विमर्श में सौहार्द की कमी: निर्मला सीतारमण

सीतारमण ने कहा कि बहस के दौरान राजाजी ने अपने प्रतिद्वंद्वी से रुकने का अनुरोध किया और एक कप कॉफी की पेशकश की. वित्त मंत्री ने दिग्गज बैंकर एन वघुल की किताब 'रिफ्लेक्शंस' के विमोचन के मौके पर यहां कहा, 'मैं (अभी) एक कप कॉफी की पेशकश करने की कल्पना भी नहीं कर सकती. 

विज्ञापन
Read Time: 5 mins

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा राजनीतिक विमर्श में सौहार्द की कमी हो गई है और वह अपने किसी प्रतिद्वंद्वी को एक कप कॉफी की पेशकश करने की कल्पना नहीं कर सकतीं. उन्होंने याद किया कि मद्रास प्रेसीडेंसी और तमिलनाडु में कम्युनिस्ट नेता पी राममूर्ति और चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के बीच जोरदार बहस होती थी.

सीतारमण ने कहा कि बहस के दौरान राजाजी ने अपने प्रतिद्वंद्वी से रुकने का अनुरोध किया और एक कप कॉफी की पेशकश की. वित्त मंत्री ने दिग्गज बैंकर एन वघुल की किताब 'रिफ्लेक्शंस' के विमोचन के मौके पर यहां कहा, 'मैं (अभी) एक कप कॉफी की पेशकश करने की कल्पना भी नहीं कर सकती. इसे पूरी तरह से गलत समझा जा सकता है."

सीतारमण ने राजनीतिक नेताओं के साथ वघुल के टकराव का भी जिक्र किया. उन्होंने यह भी कहा कि चालीस वर्षों तक, प्रत्येक सरकार ने पिछली सरकार के साथ यह दिखाने के लिए तुलना की कि वे पहले की सरकार की अपेक्षा अधिक समाजवादी हैं. वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार, 2021 में उनके द्वारा पेश किए गए बजट में 'निजीकरण' शब्द का उल्लेख किया गया था, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन की वजह से था.

ये भी पढ़ें:-

बिहार में जाति आधारित गणना मामले की सुनवाई करने से SC का इनकार, कहा- 'हाईकोर्ट जाएं'

सांसद पद के लिए 'ऑटोमेटिक' अयोग्य : राहुल गांधी पर बोले महेश जेठमलानी

"जज अदालत में पेंडिंग मामलों पर नहीं दे सकते इंटरव्यू": अभिषेक बनर्जी की याचिका पर SC ने मांगी रिपोर्ट

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Samarth by Hyundai, In Partnership with NDTV: Season 1 का हुआ भव्य समापन