रेड लाइट एरिया से लेकर अस्पताल के OT में खोजा टारगेट, फिर डॉक्टर को बेहोश कर की दरिंदगी, जानिए उस रात की पूरी कहानी

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था. अस्पताल के सेमिनार हॉल में उनकी बॉडी मिली थी. इस मामले में सिविक वॉलंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया है.

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नई दिल्ली/कोलकाता:

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के मामले को 20 दिन बीते चुके हैं. CBI साजिश और गैंगरेप के एंगल से इस केस की जांच कर रही है. ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर केस में जांच एजेंसी CBI दिल्ली एम्स के एक्सपर्ट्स की मदद लेगी. DNA और फोरेंसिक रिपोर्ट से पता लगाया जाएगा कि वारदात में मुख्य आरोपी संजय रॉय ही एकमात्र आरोपी है या डॉक्टर से रेप-मर्डर केस में और भी आरोपी शामिल हैं. इससे यह भी पता चल जाएगा कि लेडी डॉक्टर से रेप हुआ था फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया था. इस बीच आइए जानते हैं लेडी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने कैसे पकड़ा और ये वारदात कैसे हुई? 

NDTV को कोलकाता पुलिस के सूत्रों से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, 8 अगस्त को आरोपी संजय रॉय दोपहर से ही टारगेट की तलाश में था. शाम को शराब पीकर वो अपने दोस्त सिविक वॉलिंटियर सौरभ के साथ रेड लाइट एरिया सोनागाछी और कालीघाट गया. वहां सौरभ ने सेक्स वर्कर के साथ रिलेशन बनाए, लेकिन कुछ वजहों से संजय रॉय की बात नहीं बनी. 

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सेक्सुअल जरूरतें पूरी नहीं होने से चिढ़ा हुआ था संजय
NDTV ने मुख्य आरोपी संजय रॉय के दोस्त सौरभ से बात करने की. सौरभ ने बताया, "संजय रॉय ने काफी फ्रस्टेशन में था. वो बहुत चिढ़ा हुआ था. उसने मुझसे कहा कि तुम्हारी पत्नी भी है. तुमने मजे भी कर लिए. मेरी पत्नी भी नहीं है. यहां मैं कुछ कर भी नहीं पाया."

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आरजी कर अस्पताल में हर जगह था एक्सेस
रिपोर्ट के मुताबिक, संजय रॉय आरजी कर मेडिकल कॉलेज अक्सर आता रहता था. 8 अगस्त को वह अपने दोस्त सौरभ के साथ आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की तरफ बढ़ा. उसका अस्पताल में हर जगह एक्सेस था. पुलिस के मुताबिक, रास्ते में संजय रॉय ने एक लड़की के साथ छेड़खानी की. फिर अस्पताल के बाहर उसने कोई मरीज या तीमारदार को टारगेट के तौर पर तलाशा. लेकिन, उसे लगा कि अगर यहां कुछ किया, तो काफी हल्ला मचेगा.

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ऑपरेशन थियेटर में भी खोजा अपना टारगेट
इसके बाद संजय रॉय ऑपरेशन थियेटर की तरफ बढ़ा, ताकि कोई डॉक्टर, नर्स या महिला मरीज को शिकार बना सके. लेकिन वहां भी उसकी बात नहीं बनी. फिर टहलते हुए वो सेमिनार हॉल की तरफ बढ़ा. यहां लेडी ट्रेनी डॉक्टर 36 घंटे की ड्यूटी के बाद कुछ देर के लिए सो रही थी. संजय रॉय को अपना टारगेट मिल गया.

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बॉक्सर और बॉडी बिल्डर है आरोपी
चूंकि, मुख्य आरोपी संजय रॉय एक बॉक्सर और बॉडी बिल्डर रहा है; इसलिए उसे मालूम था कि गले में कौनसी जगह दबाने से कोई बेहोश हो जाता या उसकी मौत हो जाती है. उसने जाते ही महिला डॉक्टर का गला दबा दिया. इस बीच महिला डॉक्टर ने अपने बचाव की काफी कोशिश की, लेकिन वो नाकाम रही. 

गला दबाकर किया बेहोश, फिर किया रेप
महिला डॉक्टर के बेहोश होने के बाद संजय ने उसके साथ रेप किया. अभी फोरेंसिक एक्सपर्ट बताएंगे कि क्या रेप होने से पहले डॉक्टर की मौत हो चुकी थी या वो जिंदा थी. रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 40 मिनट के अंदर ही संजय रॉय वारदात को अंजाम देकर वहां से निकल गया. हालांकि, इस बीच वह अपना ब्लूटूथ हेडफोन वहीं भूल गया था.

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9 अगस्त की सुबह मिली लेडी डॉक्टर की लाश
अगली सुबह यानी 9 अगस्त को एक ट्रेनी डॉक्टर ने सेमिनार हॉल में लेडी डॉक्टर की लाश देखी. उसने प्रिंसिपल को इसकी सूचना दी. पुलिस ने वारदात की रात भर्ती सभी मरीजों उनके तीमारदारों, ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों, नर्सों, अस्पताल के स्टाफ और सिक्योरिटी गार्ड की लिस्ट बनाई. सभी से पूछताछ हुई. लेकिन कुछ खास हासिल नहीं हुआ. CCTV के फुटेज देखे गए. फुटेज में संजय रॉय संदिग्ध के तौर सेमिनार हॉल में पहले जाते हुए और फिर आते हुए बदहवास हालत में दिखा.

पुलिस चौकी के स्टाफ ने भी की आरोपी की पहचान
अस्पताल की पुलिस चौकी के स्टाफ ने भी संजय रॉय को फुटेज में पहचान लिया. इसके बाद संजय रॉय को 9 अगस्त की रात 10 बजे कोलकाता पुलिस ने उसके बैरक से पकड़ा. शुरुआत में गोलमोल जवाब देता रहा. इसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ शुरू की.

ब्लूटूथ हेडफोन ने खोल दी पोल
पुलिस ने पूछा- तुम गाने सुनते हो. उसने बताया- हां. पुलिस ने उसे उसका ब्लूटूथ हेडफोन दिखाया और पूछा कि क्या ये तुम्हारा है? आरोपी ने मना कर दिया. फिर पुलिस ने उसके ब्लूटूथ की MAC ID को उसके मोबाइल की ब्लूटूथ की हिस्ट्री में देखा. उसके ब्लूटूथ की MAC ID उसके मोबाइल की ब्लूटूथ हिस्ट्री में मिली. इसका मतलब उसने इस ब्लूटूथ का इस्तेमाल अपने मोबाइल डिवाइस में किया था. इसके साथ ही उसका ब्लूटूथ ऑटोमेटिक मोबाइल से कनेक्ट भी हो गया.

मोबाइल में मिली पोर्न वीडियो देखने की लंबी हिस्ट्री
पुलिस ने संजय रॉय के मोबाइल की सर्च हिस्ट्री देखी, तो चौंक गई. उसके मोबाइल में सैकड़ों पोर्न वीडियो देखने की एक लंबी हिस्ट्री मिली. वो पोर्न वीडियो भी अजीब किस्म के देखता था- जैसे Brother sex with sister.

वारदात का न पछतावा और न चेहरे पर शिकन
पुलिस के मुताबिक उसे वारदात का न कोई पछतावा था. न ही उसके चेहरे पर कोई शिकन थी. उसने क्राइम सीन रिक्रिएशन में भी पूरे कॉन्फिडेंस के साथ सारी बातें बताई. अब CBI पुलिस की जांच से आगे इस केस की साजिश और गैंगरेप के एंगल से जांच कर रही है.

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