तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म एवं हत्या की घटना को लेकर एक्स पर एक पोस्ट लिखते हुए कहा कि सीबीआई को इस मामले में निष्पक्षता से काम करना चाहिए. उन्होंने लिखा पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस कमिश्नर को हिरासत में लेकर पूछताछ करनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि आत्महत्या की कहानी किसने और क्यों फैलाई. हॉल की दीवार क्यों गिराई गई, रॉय (मामले में गिरफ्तार आरोपी) को इतना शक्तिशाली बनाने के लिए किसने संरक्षण दिया, 3 दिन बाद खोजी कुत्ते का इस्तेमाल क्यों किया गया. ऐसे सैकड़ों सवाल हैं. उनसे सच निकलवाएं.
पुलिस, ‘तृणमूल के गुंडे' सबूत मिटाने में शामिल: BJP
दूसरी ओर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पुलिस ने ‘तृणमूल कांग्रेस के गुंडों' के साथ मिलकर मामले से संबंधित सबूत नष्ट करने की साजिश रची. अपनी ही विफलताओं के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा मार्च निकाले जाने की आलोचना करते हुए उन्होंने इसे दिखावा मात्र करार दिया तथा अपराधियों और बलात्कारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किये जाने के विषय को प्रमुखता से उठाया.
देवी की यह टिप्पणी कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार एवं उसकी हत्या तथा वहां बाद में हुई तोड़फोड़ की पृष्ठभूमि में आई है. देवी ने यह भी आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल पुलिस ‘तृणमूल गुंडों' के साथ इस मामले से संबंधित सबूतों को नष्ट करने की साजिश में शामिल थी. उन्होंने इस कांड के विरोध में किये जा रहे प्रदर्शन के दौरान अज्ञात गुंडों द्वारा अस्पताल में की गयी तोड़फोड़ का जिक्र करते हुए यह बात कही. देवी ने कहा, ‘‘एक महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार सरकार की अक्षमता और असंवेदनशीलता का प्रमाण है.''