आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद से अब देश के डॉक्टर कुछ मिनटों में कोविड-19 का संक्रमण वॉट्सऐप पर पकड़ रहे हैं. एक नया आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है, जिससे डॉक्टरों को मरीज का चेस्ट एक्स-रे मिल जाएगा और वो वॉट्सऐप पर कुछ ही मिनटों में इसका एनालिसिस कर सकेंगे. जिन डॉक्टरों के पास एक्स-रे मशीनें हैं वो वॉट्सऐप पर चेस्ट एक्स-रे के जरिए कोविड-19 के लक्षणों की रैपिड स्क्रीनिंग कर सकते है. इससे कोविड का पहले पता चल सकेगा. इस ऐप्लीकेशन से अब ग्रामीण इलाकों में 1200 से ज्यादा रिपोर्ट को एनालाइज़ किया जा चुका है.
इस प्लेटफॉर्म का नाम XraySetu है. यह लो-रेजॉल्यूशन वाली इमेज को भी सही पकड़ सकता है और यह काफी आसानी से और जल्दी नतीज देगा. ऐसे में माना जा रहा है कि अब गांवों में कोविड संक्रमण का जल्दी पता लगाने में मदद मिलेगी.
क्या है XraySetu?
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (बेंगलुरु) की ARTPARK (AI & Robotics Technology Park) नाम की एक गैर-लाभकारी संस्था ने भारत सरकार के विज्ञान व तकनीकी विभाग और बेंगलुरु के हेल्थटेक स्टार्टअप निरामयी के साथ मिलकर XraySetu को डेवलप किया है. इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह वॉट्सऐप पर भेजे गए चेस्ट-एक्स रे की कम रेजॉल्यूशन वाली इमेज को भी एनालाइज़ कर ले और उसमें से कोविड संक्रमण का पता लगा ले.
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कैसे काम करेगा?
- इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने के लिए डॉक्टरों को www.xraysetu.com पर जाना होगा और ‘Try the Free XraySetu Beta' बटन पर क्लिक करना होगा.
- यहां से दूसरा पेज खुलेगा, जहां से वेब पर वॉट्सऐप-बेस्ड चैटबॉट के जरिए या फिर मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए एक्स-रे खोलने का ऑप्शन आएगा. यूजर अपनी सुविधा के हिसाब से इनमें से चुन सकते हैं.
- इसके अलावा, एक दूसरा तरीका भी है. डॉक्टर इस प्लेटफॉर्म की सर्विस शुरू करने के लिए +91 8046163838 इस फोन नंबर पर एक वॉट्सऐप मैसेज भेज सकते हैं. इसके बाद उन्हें बस मरीज के एक्स-रे पर क्लिक करना होगा और उन्हें कुछ मिनटों में दो पेज का डायग्नोस्टिक मिल जाएगा, जिसमें रिव्यू के लिए संकेतक (annotations) लिखे होंगे.
- इसमें कोविड-19 कॉन्ट्रैक्शन की संभावना देखते हुए रिपोर्ट में एक लोकलाइज़्ड हीटमैप भी दिया जाता है, ताकि डॉक्टर उसपर भी नजर डाल सकें.
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कितना प्रभावकारी है?
इस ऐप्लीकेशन को जांचने-परखने के लिए बड़ी संख्या में एक्स-रे इमेजेज़ का इस्तेमाल किया गया है, वहीं सैकड़ों कोविड मरीजों का एक्स-रे भी चेक किया गया है. यूनाइटेड किंगडम के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ से मिले 1,25,000 एक्स-रे इमेजेज की जांच कर वैलिडेट किया गया है, वहीं भारत में 1,000 कोविड मरीजों का एक्स-रे भी देखा गया है. इसमें 98.86 प्रतिशत सेंसिटिविटी और 74.74 प्रतिशत स्पेसिफिसिटी यानी सटीकता दिखी है.