आज शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे केदारनाथ के कपाट, जानें कब तक खुला है बद्रीनाथ धाम

कपाटों को बंद किए जाने से पहले उन्हें 10 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा. इसके अगले दिन 4 नवंबर को तृतीय केदार, तुंगनाथ के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे.

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(फाइल फ़ोटो)
ऋषिकेश:

उत्तराखंड के हिमालयों में स्थित चार धाम, पंच केदार और पंच बद्री के कपाटों को शीतकाल के लिए बंद किए जाने का सिलसिला शनिवार से शुरू हो गया है. उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री धाम के कपाट 2 नवंबर को 12.14 पर बंद कर दिए गए थे. वहीं केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट आज यानी 3 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे. 

कपाटों को बंद किए जाने से पहले उन्हें 10 क्विंटल फूलों से सजाया जाएगा. इसके अगले दिन 4 नवंबर को तृतीय केदार, तुंगनाथ के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे. बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे और मद्महेश्व के कपाट 20 नवंबर को बंद किए जाएंगे. 

आज अभिजीत मुहूर्त में केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट को शीतकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा. केदारनाथ धाम को इस अवसर पर 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. आज भाईदूज के मौके पर घाम के कपाट को सुबह 8.30 बजे बंद कर दिया जाएगा. 

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बाबा केदारनाथ धाम में कपाट बंद करने की प्रक्रिया को बीते मंगलवार से ही शुरू कर दिया गया था. इस वजह से धाम में सबसे पहले भंकुठ भैरवनाथ के कपाट को शीतकाल के लिए बंद किया गया. बता दें कि इस साल केदारनाथ धाम में सबसे अधिक तादाद में श्रद्धालु पहुंचे. यहां तक कि मानसून के मौसम में भी श्रद्धालुओं की आस्ता नहीं डगमगाई और दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. केदारनाथ धाम में 31 अक्टूबर तक श्रद्धालुओं की संख्या 1602144 पहुंच गई और कपाट बंद होने के मौके पर भी केदारनाथ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के होने की उम्मीद है.

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