जाने माने जर्नलिस्ट और न्यूज चैनल 'आज तक' के कंसल्टेंट एडिटर सुधीर चौधरी के खिलाफ कर्नाटक पुलिस ने FIR दर्ज की है. चौधरी पर आरोप है कि उन्होंने न्यूज चैनल पर अपने शो के दौरान सांप्रदायिक सद्भाव के खिलाफ साजिश रचने का काम किया. समुदायों के खिलाफ नफरत को बढ़ावा देने के आरोप में सुधीर चौधरी के खिलाफ बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम थाने में IPC की कई धाराओं में FIR दर्ज की गई है. इस बीच BJP ने सुधीर चौधरी पर FIR को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है.
समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम (KMDC)के सहायक प्रशासक शिवकुमार की शिकायत पर बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम थाने में चैनल आजतक और इसके कंसल्टेंट एडिटर सुधीर चौधरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (शरारतपूर्ण बयान) 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) के तहत FIR दर्ज की गई है.
शिकायतकर्ता ने सुधीर चौधरी पर निगम की योजना के बारे में झूठी खबर फैलाने और राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया. इस बीच सुधीर चौधरी ने FIR पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अदालत में लड़ाई के लिए तैयार हैं.
कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार-सुधीर चौधरी
सुधीर चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा, “कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा मेरे खिलाफ FIR की जानकारी मिली. सवाल का जवाब FIR? वो भी गैर-जमानती धाराओं के साथ. यानी गिरफ्तारी की पूरी तैयारी. मेरा सवाल यह था कि स्वावलंबी सारथी योजना में हिंदू समुदाय शामिल क्यों नहीं है? इस लड़ाई के लिए मैं भी तैयार हूं. अब अदालत में मिलेंगे.”
बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने दी प्रतिक्रिया
सुधीर चौधरी पर FIR को लेकर बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, "कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने जो अधिसूचित किया था, उसे केवल रिपोर्ट करने के लिए आजतक के सुधीर चौधरी के खिलाफ एफआईआर बेहद निराशाजनक है. आप ऐसे तुष्टिकरण में शामिल नहीं हो सकते. सुधीर चौधरी और मीडिया में कोई भी, जिसे दुष्ट कांग्रेस डराने की कोशिश करती है, उसे हर अच्छे अर्थ वाले भारतीय का पूरा समर्थन है...
जब भारत ने इंदिरा गांधी के आपातकाल के डीएनए को कुचल दिया, तो राहुल गांधी की कांग्रेस क्या है, जो उनके अतीत की एक धुंधली छाया है..."
तेजस्वी सूर्या ने भी कर्नाटक सरकार को आड़े हाथो लिया
सुधीर चौधरी पर FIR को लेकर बंगलौर दक्षिण से बीजेपी के लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने ट्वीट किया, "एक सरकारी योजना के कार्यान्वयन के बारे में वैध सवाल पूछने के लिए, कर्नाटक की कांग्रेस राज्य सरकार एफआईआर दर्ज करके सुधीर चौधरी और आजतक के खिलाफ विच-हंट कर रही है. राज्य द्वारा संचालित यह विच-हंट प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है. चाहे राजनीतिक विरोधी हों या असहज सवाल पूछने वाला स्वतंत्र मीडिया, कांग्रेस सरकार कानून का दुरुपयोग करके सबके पीछे पड़ रही है. कर्तव्यनिष्ठ नागरिकों के लिए राज्य सत्ता के ऐसे ज़बरदस्त दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है."
सुधीर चौधरी पर क्या है आरोप?
FIR के मुताबिक, 11 सितंबर को अपने 'शो ब्लैक एंड व्हाइट' में सुधीर चौधरी ने दावा किया कि कर्नाटक सरकार ऐसी योजना चला रही है, जिसका लाभ केवल अल्पसंख्यकों को मिलता है. गैर-अल्पसंख्यक हिंदुओं को इसका फायदा नहीं मिलता. सरकार राज्य में अल्पसंख्यक तुष्टिकरण कर रही है. इसके साथ ही चौधरी ने यह दावा भी किया कि इससे हिंदुओं के साथ अन्याय हो रहा है.
हिंदुओं और अन्य धर्मों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया, ''इस तरह की खबरें प्रकाशित करके हिंदुओं और अन्य धर्मों के बीच नफरत फैलाने का प्रयास किया जा रहा है. यह अशांति का माहौल बनाने और सांप्रदायिक दंगे भड़काने का भी प्रयास है. वह जो बात कह रहे हैं, उससे पूरी तरह वाकिफ होने के बावजूद ऐसी खबरें प्रकाशित कर वह राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रच रहे हैं.”
KMDC ने अपने बयान में क्या कहा?
KMDC ने भी एक बयान जारी कर योजना की व्याख्या की. KMDC ने आरोप लगाया कि चैनल ने खबर को 'तोड़ मरोड़कर' पेश किया. बयान के अनुसार, KMDC बेरोजगार युवाओं को स्व-रोजगार के लिए ऑटोरिक्शा, सामान और टैक्सी खरीदने के लिए 50 प्रतिशत या 3 लाख रुपये तक की सब्सिडी दे रहा है. इसके अलावा देवराज उर्स विकास निगम, डॉक्टर बी. आर. आंबेडकर विकास निगम, वाल्मिकी विकास निगम और आदि जनभाव विकास निगम ने भी ऐसी योजनाएं लागू की हैं.
KMDC ने बयान में कहा है, 'ये योजनाएं न केवल अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बल्कि पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए भी हैं. यह हिंदू समुदाय के बेरोजगार युवाओं के लिए भी उपलब्ध हैं. ये योजनाएं मौजूदा कांग्रेस सरकार ने नहीं बल्कि पिछली बीजेपी सरकार ने लागू की थी.”
न्यूज चैनल पर भी है आरोप
शिकायत में आरोप लगाया गया है, 'लेकिन समाचार चैनल ने इस खबर को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हुए कहा कि यह केवल सामान्य रूप से अल्पसंख्यकों और विशेष रूप से मुसलमानों के लिए है, जिससे हिंदुओं के साथ अन्याय हुआ. यह खबर झूठी और दुर्भावनापूर्ण है. इसका उद्देश्य समाज में सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काना है.”
गलत सूचना फैला रहे थे-कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे
समाचार रिपोर्ट प्रसारित होने के बाद, कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे ने मंगलवार को आरोप लगाया कि एंकर जानबूझकर सरकारी योजनाओं के बारे में गलत सूचना फैला रहा था.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “आजतक का एंकर जानबूझकर सरकारी योजनाओं के बारे में गलत सूचना फैला रहा है, जिसे सबसे पहले बीजेपी सांसदों ने शुरू किया था. मीडिया का एक वर्ग इसे आगे बढ़ा रहा है. यह जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से किया है. सरकार आवश्यक कानूनी कार्रवाई करेगी.”