कर्नाटक सरकार ने सोमवार को IPS अधिकारी अमृत पॉल को PSI भर्ती घोटाला मामले में उनकी कथित भूमिका के लिए CID द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद निलंबित कर दिया. इसके साथ ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा रिश्वतखोरी के एक मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु शहरी के पूर्व डीसी आईएएस अधिकारी जे मंजूनाथ को भी निलंबित कर दिया. मंजूनाथ पर भूमि विवाद को निपटाने के लिए अपने कर्मचारियों के माध्यम से रिश्वत लेने का आरोप है.
इससे पहले सोमवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सबसे पुरानी पार्टी ने क्रमशः पीएसआई भर्ती घोटाला मामले और रिश्वत मामले में एडीजीपी अमृत पॉल और आईएएस अधिकारी जे मंजूनाथ के मामले को दबा दिया होता. उन्होंने दो मामलों में त्वरित कार्रवाई करने के लिए अपनी सरकार की सराहना की थी.
ANI से बात करते हुए बोम्मई ने कहा था कि हमारी सरकार ने पूरे मामले का खुलासा किया. सीआईडी को मामले की जांच के लिए पूरी छूट दी गई और किसी को भी नहीं बख्शा गया. भर्ती का नेतृत्व कर रहे एडीजीपी को उसके खिलाफ सबूत मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया.
इसी तरह एक अन्य मामले में एक आईएएस अधिकारी (जे मंजूनाथ) को गिरफ्तार किया गया है. हम यहां किसी का बचाव करने के लिए नहीं हैं. अगर किसी ने गलत किया है तो कार्रवाई की जाएगी ... अगर कांग्रेस सरकार होती तो उन्होंने पूरे मामले को दबा दिया होता. पीएसआई घोटाला मामला राज्य में सब इंस्पेक्टर की नियुक्ति में अनियमितता से जुड़ा है.
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