कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनाव में हासन सीट से उम्मीदवार के चयन को लेकर जनता दल (सेक्युलर) और पार्टी के 'प्रथम परिवार' के बीच मतभेद नजर आ रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी देवेगौड़ा नीत पार्टी के लिए हासन सीट से उम्मीदवार का चयन इसलिए भी मुश्किल हो रहा है क्योंकि पार्टी सुप्रीमो की बहु भवानी रेवन्ना ने अभी तक वहां से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा को वापस नहीं लिया है, जबकि जद(एस) संसदीय दल के नेता और उनके देवर एच. डी. कुमारस्वामी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दिया जाएगा.
हासन जिला पंचायत की पूर्व सदस्य भवानी रेवन्ना कुमारस्वामी के बड़े भाई व पूर्व मंत्री एच. डी. रेवन्ना की पत्नी हैं. गौरतलब है कि भवानी रेवन्ना ने 23 जनवरी को हासन सीट से उनके नाम पर मुहर लगने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी और कहा था कि औपचारिक घोषणा जल्दी ही की जाएगी. वहीं, 25 जनवरी को कुमारस्वामी ने कहा कि संभव है कि रेवन्ना वहां (हासन) से चुनाव नहीं लड़ेंगी, क्योंकि पार्टी के पास सक्षम उम्मीदवार हैं.
इस साल मई में संभावित विधानसभा चुनाव के लिए जद(एस) पहले ही 93 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुका है, हालांकि उसमें हासन सीट शामिल नहीं है. हासन देवेगौड़ा का पैतृक जिला है और पार्टी को 2018 के चुनावों में जिले की सात में से छह सीटों पर जीत मिली थी. चुनाव में हासन सीट भाजपा के प्रीतम गौड़ा के हिस्से में आयी थी. पार्टी सूत्रों के अनुसार, कुमारस्वामी के बयान के बावजूद भवानी रेवन्ना ने अपने कदम पीछे नहीं लिए हैं और लगातार विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रही हैं. शुक्रवार को भी उन्होंने मंदिर में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
कुछ सूत्रों ने यह भी कहा कि हासन से उम्मीदवार का मुद्दा अब पार्टी सुप्रीमो देवेगौड़ा के पास पहुंच गया है और अब इसमें अंतिम फैसला उन्हीं का होगा. वहीं, इस पूरे मामले में भवानी के पति एच. डी. रेवन्ना की चुप्पी से गौड़ा परिवार के भीतर मतभेद की अटकलें भी लगायी जा रही हैं.पत्रकारों ने जब उनसे मंदिर के कार्यक्रम में शामिल होने के संबंध में सवाल किया तो भवानी रेवन्ना ने कहा कि वह अभी इसपर कुछ नहीं कहना चाहती हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जिसे जो कुछ कहना है, कहने दें, मैं कुछ नहीं कहूंगी... मैं राजनीति पर नहीं बोलूंगी, मैं यहां पूजा करने आयी हूं... मुझे फिलहाल इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता है. आने वाले दिनों में देखते हैं.''
यह पूछने पर कि क्या वह इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं, भवानी ने कहा, ‘‘आगे देखते हैं कि भगवान और सबका आशीर्वाद कैसे मिलता है... देखते हैं, मैं समय आने पर बोलूंगी.'' मंदिर में पूजा के बाद भवानी रेवन्ना लोगों को भोजन बांट रही थीं और लाउडस्पीकर पर लगातार उन्हें ‘अगली विधायक भवानी अम्मा' कहा जा रहा था.
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