"रामायण, महाभारत काल्पनिक...", कर्नाटक में शिक्षिका के बयान पर हंगामे के बाद स्कूल ने किया निलंबित

स्कूल ने कथित टिप्पणी पर शिक्षक को हटा दिया है.  स्कूल की तरफ से जारी एक पत्र में कहा गया है कि सेंट गेरोसा स्कूल का इतिहास 60 साल पुराना है और आज तक ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी.

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नई दिल्ली:

महाभारत, रामायण और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को लेकर कथित अपमानजनक टिप्पणियों के आरोप में मंगलुरु में स्कूल की एक शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया है. शिक्षिका के खिलाफ एक दक्षिणपंथी समूह के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया था. भाजपा विधायक वेद्यास कामथ द्वारा समर्थित समूह ने आरोप लगाया कि सेंट गेरोसा इंग्लिश एचआर प्राइमरी स्कूल की शिक्षिका ने छात्रों को सिखाया कि महाभारत और रामायण "काल्पनिक" है. 

समूह ने आरोप लगाया कि शिक्षिका ने पीएम मोदी के खिलाफ बोलते हुए 2002 के गोधरा दंगों और बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार मामले का जिक्र किया था. विरोध कर रहे लोगों ने एक शिकायत में कहा कि महिला शिक्षक "बच्चों के मन में नफरत की भावना पैदा करने" की कोशिश कर रही है. उन्होंने शनिवार को भी विरोध प्रदर्शन किया और आज बीजेपी विधायक भी उनके साथ शामिल हो गए और शिक्षक को निलंबित करने की मांग की.

सार्वजनिक निर्देश उप निदेशक (डीडीपीआई) मामले की जांच कर रहे हैं. स्कूल ने कथित टिप्पणी पर शिक्षक को हटा दिया है.  स्कूल की तरफ से जारी एक पत्र में कहा गया है कि सेंट गेरोसा स्कूल का इतिहास 60 साल पुराना है और आज तक ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने हमारे बीच एक अस्थायी अविश्वास पैदा कर दिया है और हमारा कदम आपके सहयोग से इस विश्वास को फिर से बनाने में मदद करेगा और हम सभी बेहतरी के लिए मिलकर काम करेंगे.  

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