कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है. कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा और 13 मई को मतगणना होगी. इस बीच कर्नाटक के बल्लारी के माइनिंग माफिया के तौर पर जाने जाने वाले जनार्दन रेड्डी ने इस बार बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. रेड्डी ने कल्याण राज्य प्रगति पक्ष (KRPP) पार्टी बनाई है, जिसका चुनाव चिह्न फुटबॉल है. जनार्दन रेड्डी की पार्टी कल्याण कर्नाटक में 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. रेड्डी स्वयं कोप्पल गंगावती सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे. ऐसे में इस क्षेत्र में कांग्रेस को फायदा हो सकता है.
कल्याण कर्नाटक को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है. ऐसे में जनार्दन रेड्डी इस क्षेत्र से चुनाव लड़, भाजपा को खुली चुनौती दे रहे हैं. जनार्दन रेड्डी ने कहा, "चाहे मेरे विरोधी हों या चाहने वाले जब तब मैं राजनीति में सक्रिय था, तब तक इन लोगों ने मुझे फुटबॉल की तरह इस्तेमाल किया. मुझे इधर से उधर किक करते रहे. आज मैंने फुटबॉल को चुनाव चिह्न के रूप में चुना है, ताकि मैं उन सभी को भी फुटबॉल की तरह किक कर सकूं."
दरअसल, अवैध खनन मामले में गिरफ्तारी के बाद जनार्दन रेड्डी बिलकुल अलग-थलग पढ़ गए थे. बीजेपी ने भी उनसे किनारा कर लिया था. कर्नाटक से भाजपा विधायक रिजवान अरशद ने कहा, "जनार्दन रेड्डी बीजेपी के साथ थे, उनके सभी भाई भाजपा के साथ हैं, उनके सभी दोस्त भाजपा के साथ हैं. उन्होंने जो नई पार्टी बनाई है, उसमें भाजपा से गए कार्यकर्ता ही शामिल हैं. ऐसे में वह भाजपा के वोट शेयर को ही नुकसान पहुंचाएंगे. कई सीटों पर हमें नुकसान हो सकता है."
कर्नाटक में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को भले ही ज्यादा सीटें मिली हों, लेकिन कांग्रेस भी अच्छा प्रदर्शन किया था. कांग्रेस का वोट शेयर भी अच्छा रहा था. अब भाजपा के कद्दावर नेता रहे जनार्दन रेड्डी जब भाजपा का साथ छोड़कर चले गए हैं, तो इसका यकीनन प्रभाव बीजेपी पर पड़ेगा. ऐसे में कांग्रेस इस क्षेत्र में अपने आपको बेहतर स्थिति में देख रही है. बता दें कि करोड़ों रुपये के अवैध खनन मामले में आरोपी रेड्डी 2015 से जमानत पर हैं. उच्चतम न्यायालय में उन पर कई शर्तें लगाई हैं, जिनमें कर्नाटक के बल्लारी तथा आंध्र प्रदेश के अनंतपुर और कड़पा में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध शामिल है.