कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Elections) के लिए कांग्रेस ने शनिवार को 43 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की. पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के दूसरी सीट कोलार से चुनाव लड़ने के अनुरोध को स्वीकार नहीं किया गया. शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी को बेलगावी जिले के अथानी सीट से टिकट दिया गया है. हाल में कांग्रेस में शामिल हुए जनता दल (सेक्युलर) के वरिष्ठ नेता के. एम. शिवलिंग गौड़ा को अरसीकेरे विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है.
कांग्रेस ने तीसरी सूची में कम से कम 16 नए चेहरों को टिकट देने की घोषणा की है. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की उम्मीदवार रही मार्गरेट अल्वा के बेटे निवेदित अल्वा और पूर्व राज्य मंत्री मोटम्मा की बेटी नयना ज्योति झावर शामिल हैं.
कांग्रेस ने कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गत 25 मार्च को 124 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी. गत छह अप्रैल को जारी कांग्रेस की दूसरी सूची में उसके 41 उम्मीदवार शामिल थे और एक प्रत्याशी सर्वोदय कर्नाटक पार्टी का था. सर्वोदय कर्नाटक पार्टी के दर्शन पुट्टनैया को मेलुकोट विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया गया था. इन 43 उम्मीदवारों की तीसरी सूची के साथ, पार्टी अब तक कुल 224 सीटों में से 209 के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है.
कांग्रेस ने कोथूर जी मंजूनाथ को कोलार से मैदान में उतारा है. सिद्धारमैया इस सीट से भी चुनाव लड़ना चाहते थे. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को वरुणा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है. वरुणा सीट से सिद्धारमैया के नाम की घोषणा पहली सूची में ही कर दी गई थी. हालांकि सिद्धारमैया ने कहा था कि अगर पार्टी आलाकमान सहमत होता है तो वह दूसरी सीट के रूप में कोलार से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं.
सिद्धारमैया वर्तमान में बागलकोट जिले में बादामी सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने पहले घोषणा की थी कि वह कोलार से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पार्टी नेतृत्व द्वारा वहां उन्हें ‘‘जोखिम'' होने के बारे में कथित तौर पर आगाह किये जाने के बाद वह पीछे हट गये और इसके बाद उन्होंने वरुणा सीट को चुना.
समर्थकों और कार्यकर्ताओं के दबाव में हालांकि सिद्धरमैया कोलार से भी चुनाव लड़ने की बात भी करते रहे हैं. उन्होंने पार्टी नेतृत्व के समक्ष दूसरी सीट के रूप में कोलार से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी.
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के कई वरिष्ठ नेताओं ने सिद्धरमैया के दो सीटों से चुनाव लड़ने का कथित तौर पर विरोध किया था.
भाजपा छोड़कर 2022 में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मंत्री रेवू नाइक बेलमगी को गुलबर्गा ग्रामीण से मैदान में उतारा गया है, जबकि जद (एस) के पूर्व विधायक एन एच कोनारेड्डी, जो 2021 में पार्टी में शामिल हुए थे, नवलगुंड से उम्मीदवार हैं.
कुसुमावती सी शिवल्ली को कुंडगोल से टिकट मिलने को लेकर संशय के बीच पार्टी ने उन्हें दोबारा उम्मीदवार बनाया है.
कांग्रेस ने अभी तक शिगगांव विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है जहां से मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भाजपा के उम्मीदवार हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस बोम्मई के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार खड़ा करने की योजना बना रही है, और पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी को मैदान में उतारने पर विचार चल रहा है.
कर्नाटक की सभी 224 विधानसभा सीट के लिए 10 मई को मतदान होगा और मतगणना 13 मई को की जाएगी.
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