बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Elections 2023) को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और राज्य के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा से मुलाकात हुई. दोनों के बीच करीब 15 मिनट तक बात हुई. हाल ही में बीजेपी ने येदियुरप्पा को संसदीय बोर्ड में जगह दी है.
कर्नाटक उन चार बड़े राज्यों में से एक है, जहां अगले साल चुनाव होने हैं, लेकिन दूसरे राज्यों के चुनाव करीब-करीब एक साथ हैं जबकि यह एकमात्र ऐसा राज्य होगा जहां मई में चुनाव होगा. ऐसे में जब चुनाव सिर्फ पांच महीने दूर हैं, बीजेपी के केंद्रीय नेता नियमित रूप से बेंगलुरु का दौरा कर रहे हैं और रणनीति बनाने के साथ-साथ बूथ प्रबंधन की योजना बना रहे हैं. गृह मंत्री और पार्टी के मुख्य चुनावी रणनीतिकार अमित शाह पिछले कुछ हफ्तों में दो बार राज्य का दौरा कर चुके हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राज्य का दौरा कर चुके हैं.
2023 में इन राज्यों में भी होना है चुनाव
2023 में कर्नाटक के अलावा 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव तय हैं. तीन उत्तर-पूर्वी राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में फरवरी में चुनाव होंगे. नवंबर में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और मिजोरम में चुनाव होंगे और दिसंबर में तेलंगाना और राजस्थान में चुनाव होने हैं. इस तरह अगले साल पूरे साल भर विधानसभा चुनाव निर्धारित हैं. जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव होने हैं, हालांकि कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है.
बीजेपी को राज्य में अब तक नहीं मिला बहुमत
बीजेपी ने कर्नाटक में कभी भी बहुमत हासिल नहीं किया है, भले ही वह तीन बार 2007, 2008 और अब सत्ता में रही है. 2007 में यह जेडी(एस) के साथ गठबंधन में सत्ता में थी, लेकिन जब जेडी(एस) ने सत्ता-साझाकरण समझौते का सम्मान करने से इनकार कर दिया और तो गठबंधन टूट गया. अगले साल चुनाव हुए और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गई और बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए निर्दलीय उम्मीदवारों को शामिल किया गया.
खनन और भ्रष्टाचार केस में फंसे थे येदियुरप्पा
जल्द ही, येदियुरप्पा खनन घोटालों और लैंड डिनोटिफिकेशन से जुड़े भ्रष्टाचार में फंस गए. उन्हें जेल जाना पड़ा और बीजेपी से साथ न मिलने की वजह से वह नाराज हो गए. उन्होंने पार्टी छोड़ दी और 2013 में चुनावों से पहले अपनी खुद की कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) बनाई. उनकी पार्टी केवल नौ प्रतिशत वोट हासिल कर पाई, लेकिन यह कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए काफी था.
कांग्रेस ने चुनाव को लेकर किया बड़ा ऐलान
कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है. हिमाचल की तरह कर्नाटक में भी कांग्रेस पार्टी चुनावी वादों की झड़ी लगाने में लगाने जुटी है. सरकार बनने पर 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा करने के बाद पार्टी ने अब एक और बड़ा वादा किया है. अब कांग्रेस पार्टी ने महिला वोटर को साधने के लिए बड़ा दांव चला है. पार्टी ने गृह लक्ष्मी योजना के तहत 2,000 रुपये देने का वादा किया है.
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने इसका ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो गृह लक्ष्मी योजना के तहत महिलाओं को 2,000 रुपये बिना शर्त देकर उनकी बुनियादी आय को सुधारने का काम करेगी. इससे पहले पार्टी ने 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया है.
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