असम में कांग्रेस की पूर्व सांसद सुष्मिता देव (Former Congress MP Sushmita Dev ) ने पार्टी छोड़ दी है. सुष्मिता देव ने इस बारे में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर सूचना दी है, जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने उनके इस्तीफे को लेकर के तंज कसा है. उन्होंने कहा कि जब युवा चले जाते हैं तो बूढ़ों को इसे मजबूत करने के प्रयासों के लिए दोषी ठहराया जाता है.
कांग्रेस नेता ने सुष्मिता देव के पार्टी छोड़ने के बाद एक ट्वीट किया है, जिसमें सिब्बल ने लिखा, 'सुष्मिता देव, हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा, जब युवा चले जाते हैं तो बूढ़ों को इसे मजबूत करने के हमारे प्रयासों के लिए दोषी ठहराया जाता है.पार्टी आगे बढ़ती रहती है. आंखें बंद किए.'
सुष्मिता देव ने कांग्रेस की महिला इकाई की अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट का प्रोफाइल बदलकर कांग्रेस की पूर्व सदस्य किया था. जिसके बाद से ही उनके पार्टी छोड़ने की अटकलें तेज हो गई थीं। सुष्मिता देव कांग्रेस की उन नेताओं में शुमार हैं, जिनका ट्विटर अकाउंट रेप पीड़िता के परिवार की पहचान उजागर करने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया था.
पूर्व कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने छोड़ी पार्टी, सोनिया गांधी को लिखा खत
सुष्मिता देव को कांग्रेस की तेज तर्रार नेता के रूप में जाना जाता है. कांग्रेस के कद्दावर नेता संतोष मोहन देव की बेटी हैं और उन्होंने दिल्ली के मिरांडा हाउस और फिर लंदन के किंग्स कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की है.
सुष्मिता देव पहली नेता नहीं हैं, जिन्होंने हालिया दौर में पार्टी को अलविदा कहा है. उनसे पहले कई कद्दावर नेता पार्टी को अलविदा कह चुके हैं. इनमें कई बड़े चेहरे शामिल हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद ने कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था. सिंधिया को तो केंद्र की मोदी सरकार में सिविल एविऐशन मिनिस्टर भी बनाया जा चुका है.